दिवाली के दिन लक्ष्मीजी का कौनसा चित्र लगाकर पूजा करें?
दीपावली पर माता लक्ष्मी का कौनसा चित्र लगाना चाहिए यह सभी के मन में सवाल होगा तो आओ जानते हैं कि दिवाली पर माता लक्ष्मी के पूजन हेतु कौसा चित्र लगाकर उनकी पूजा करना शुभ होता है।
ऐसे चित्र ना लगाएं : माता लक्ष्मी को चित्र में उल्लू, हाथी या कमल पर विराजमान बताया जाता है। उल्लू पर बैठी हुई मां लक्ष्मी का चित्र पूजन में रखने से लक्ष्मी नकारात्मकता लेकर आती है। क्योंकि उल्लू वाहन से आई लक्ष्मी गलत दिशा से आने और जाने वाले धन की ओर इशारा करती हैं। इसलिए उल्लू पर लक्ष्मी का आना उतना शुभ नहीं होता।
जिस चित्र या तस्वीर में अकेली लक्ष्मी हो ऐसा चित्र भी पूजा हेतु दीपावली के दिन नहीं लगाएं। मान्यता अनुसार अकेली लक्ष्मी मां के चित्र का पूजन करने की अपेक्षा गणेश व सरस्वती के साथ उनका पूजन अति कल्याणकारी होता है।
ऐसे चित्र लगाएं : लक्ष्मी जी का वह चित्र जिसमें वे उनके एक ओर श्रीगणेश और दूसरी ओर सरस्वती हो तथा माता लक्ष्मी दोनों हाथों से धन बरसा रही हों, धन प्राप्ति के लिए बहुत शुभ होता है। यदि बैठी हुई लक्ष्मी माता के चित्र ला रहे हैं तो लक्ष्मी मां का वह चित्र लेकर आएं, जिसमें कमल के आसन पर बैठी हुई हों और उनके आसमान सुंड उठाए हाथी हों। इस तरह के चित्र का पूजन करने से मां लक्ष्मी सदैव आपके घर में विराजमान रहेंगी। चित्र में माता लक्ष्मी के पैर दिखाई नहीं देते हों अन्यथा लक्ष्मी घर में लंबे समय तक नहीं टिकती। इसलिए बैठी हुई लक्ष्मी को ही सर्वश्रेृष्ठ माना गया है।
चित्र में मां लक्ष्मी के साथ अगर ऐरावत हाथी भी है, तो वह अद्भुत और शुभ फलों को प्रदान करेगा। कुछ तस्वीरों में लक्ष्मी मां के दोनों ओर दो हाथी बहते पानी में खड़े होते हैं और सिक्कों की बारिश करते हैं। इस तरह का चित्र पूजने से किसी भी स्थिति में घर में धन की कमी नहीं होती। इसके अलावा यदि सूंड में कलश लिए हुए हाथी भी खड़े हों तो शुभ माना जाता है।
भगवान विष्णु के साथ लक्ष्मी के चित्र हो तो आप उसकी पूजा भी कर सकते हैं। नारायण को आमंत्रित करके मां लक्ष्मी को घर में विराजित किया जाता है। भगवान विष्णु के साथ घर में पधारने वाली मां लक्ष्मी गरुड़ वाहन पर आती हैं, जो कि बेहद शुभ और कल्याणकारी होता है। इस प्रकार घर में आया हुआ धन सदैव कल्याण करता है।