सरकारी नौकरी के लिए पति-पत्नी ने 5 माह की नन्ही जान को नहर में फेंका, पढ़िए अपराध की खौफनाक कहानी
जयपुर। राजस्थान के बीकानेर जिले के छतरगढ़ थाना क्षेत्र में एक संविदाकर्मी और उसकी पत्नी को 5 महीने की बेटी को नहर में फेंक कर हत्या करने के आरोप में सोमवार को गिरफ्तार किया गया है। सरकारी नौकरी को पक्की करने के लिए दंपति ने यह खौफनाक अपराध किया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी संविदाकर्मी ने स्थायी सरकारी नौकरी पाने के लिए पत्नी के साथ मिलकर यह कदम उठाया।
उन्होंने बताया कि दोनों के पहले से ही 3 बच्चे थे और उन्होंने अपनी एक बेटी अपने रिश्तेदारों को गोद दे दी थी। पुलिस ने कहा कि नहर में फेंकी गई 5 महीने की बच्ची सबसे छोटी थी।
बीकानेर के पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने बताया कि दंपति को सोमवार को अपनी ही बेटी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने पत्नी के साथ मिलकर स्थायी सरकारी नौकरी पाने के लिए यह कदम उठाया था।
उन्होंने कहा कि छतरगढ़ थाने में दंपति झवरलाल मेघवाल (36) और उसकी पत्नी गीता देवी (33) के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
छत्तरगढ थानाधिकारी जयकुमार ने बताया कि आरोपी झवरलाल मेघवाल वर्तमान में चांडासर पंचायत में स्कूल सहायक के पद पर तैनात हैं और उसने अपने शपथ पत्र में उसके 2 बच्चे होने की जानकारी दी थी और उसे इस बात की आशंका थी कि तीसरा बच्चा होने के कारण उसे सरकारी नौकरी में स्थायी रूप से नियुक्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आरोपी ने इसके लिए अपनी पत्नी को मना लिया था और दोनों ने रविवार को अपनी 5 महीने की बेटी को मारने के लिए इंदिरा गांधी नहर में फेंक दिया और घर लौट आए। भाषा Edited by Sudhir Sharma