शानदार शतक के बाद लोकेश राहुल ने ली राहत की सांस
कार्डिफ। फार्म में चल रहे भारतीय बल्लेबाज लोकेश राहुल ने तीन टी 20 अंतराष्ट्रीय मैचों की सीरीज के शुरूआती मुकाबले में इंग्लैंड के खिलाफ सैकड़ा जड़कर अर्धशतकीय पारियों के क्रम को तोड़कर राहत की सांस ली। राहुल ने 54 गेंद में नाबाद 101 रन की पारी खेली जिसकी मदद से भारत ने इंग्लैंड को आठ विकेट से मात दी जिससे मेहमान टीम ने 1-0 की बढ़त बना ली। राहुल का पिछला शतक चेन्नई में 16 दिसंबर 2016 को इंग्लैंड के खिलाफ ही बना था जिसमें उन्होंने 199 रन बनाए थे।
इसके बाद से वह 10 टेस्ट अर्धशतक, एक वनडे अर्धशतक और तीन टी 20 अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक जड़ चुके हैं, इसके अलावा 2017-18 रणजी सत्र में कर्नाटक के लिए दो अर्धशतक और 2018 आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए छह अर्धशतक जड़े लेकिन आखिरकार उन्होंने मैनचेस्टर में अर्धशतकीय पारियों के क्रम को तोड़कर सैकड़ा बनाया। राहुल ने कल यहां होने वाले दूसरे टी 20 मैच से पहले कहा, ‘मैं जानता हूं कि शतक बनाए हुए 564 दिन हो गए। सच कहूं तो मैं नहीं जानता कि इससे क्या आकलन किया जाए कि मैं फार्म में था या नहीं।
मैं अर्धशतक बनाता रहा और इसके बाद आउट होता रहा। मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था लेकिन तिहाई का आंकड़ा नहीं बना सका इसलिए यह काफी निराशाजनक भी था। टीम से अंदर बाहर होना, चोटें और फिर बीमार होना, यह सब मेरे दिमाग में चल रहा था और यह मुझे और ज्यादा निराश कर रहा था।’ भारत के पास टी 20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज को जल्दी खत्म करने का मौका होगा। कार्डिफ में एक और जीत से टीम 2-0 की अजेय बढ़त बना लेगी। इस मैच से पहले यह बातें चल रही हैं कि इंग्लैंड कुलदीप यादव का सामना किस प्रकार करेगा जिन्होंने पहले मैच में 24 रन देकर पांच विकेट झटके थे और मैच का रूख बदल दिया था।
राहुल ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि यह सिर्फ इंग्लैंड के साथ ऐसा हो रहा है। किसी भी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ बेहतर कलाई स्पिनर होता है और कुलदीप और युजवेंद्र चहल जैसे बेहतरीन गेंदबाजों का होना उस टीम के लिए काफी कठिन होता है जो स्पिन ज्यादा नहीं खेलती।’उन्होंने कहा, ‘कुलदीप ने जो किया, वह शानदार था क्योंकि टी 20 मैच में पांच विकेट चटकाना आसान नहीं है। आप अच्छी गेंदबाजी कर सकते हो लेकिन ज्यादातर वह दो या तीन विकेट झटकता है। जिस तरह से चहल और कुलदीप गेंदबाजी कर रहे हैं, दोनों इस सीरीज में खतरनाक हो सकते हैं।’