Corona virus : घर जाने के लिए सौ-सौ किलोमीटर पैदल चल रहे तेलंगाना के मजदूर
हैदराबाद। कोरोना वायरस (Corona virus) के चलते तेलंगाना में लागू बंदी के बाद फंसे मजदूर यातायात के अभाव में पैदल ही अपने पैतृक घरों तक जाने की कोशिश कर रहे हैं। कई मामलों में तो मजदूर 100-100 किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर रहे हैं।
हालांकि इन मजदूरों में कुछ खुशनसीब भी हैं जिन्हें सूचना प्रौद्योगिकी और उद्योग मंत्री केटी रामाराव सहित जनप्रतिनिधियों से मदद मिली है। बंद के चलते शहरों में निर्माण कार्य ठप हो गया है। एक दिहाड़ी मजदूर वेंकट रमण ने बताया, हमारा गांव यहां (हैदराबाद) से 75 किलोमीटर दूर है। मुझे पता है कि परिवहन उपलब्ध नहीं है। ऐसे में हमारे पास पैदल जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
दिहाड़ी मजदूरों का एक समूह हैदराबाद से 120 किलोमीटर दूर सूर्यापेट जिले स्थित अपने पैतृक गांव जाने के लिए बुधवार को पैदल रवाना हुआ। हालांकि ये मजदूर सौभाग्यशाली थे क्योंकि मंत्री रामाराव जो बंद के बाद व्यवस्थाओं की देखरेख कर रहे हैं, उनकी नजर बुद्ध भवन के पास उन पर पड़ी और उन्होंने अपना काफिला रोककर उनसे बात की।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पैदल चल रहे मजदूरों की समस्या सुनने के बाद उन्होंने तुरंत प्रशासन को वाहन का इंतजाम कर मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने का निर्देश दिया। अंडोल के विधायक क्रांति किरण को भी कुछ मजदूरों की जानकारी मिली जो हैदराबाद से 130 किलोमीटर दूर नरायाणखेड पहुंचने के लिए पैदल निकले थे। मजदूरों ने बुधवार को सफर शुरू किया था और गुरुवार सुबह छुतापुर पहुंचे थे तभी विधायक की नजर पड़ी। विधायक ने मजदूरों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की और ऐसी परिस्थिति में यात्रा नहीं करने की सलाह दी।
वेंकट रमण ने बताया कि बंद की वजह से उसका भविष्य अनिश्चित हो गया है। इसलिए उसने पत्नी और 2 बच्चों के साथ नलगोंडा स्थित अपने गांव जाने का फैसला किया। तेलंगाना सरकार ने इससे पहले बताया कि बंद के कारण उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर सभी 87.59 लाख खाद्य सुरक्षा कार्ड धारकों को सरकार प्रति व्यक्ति 12 किलोग्राम चावल मुहैया कराएगी। इस प्रकार 3.58 लाख टन अनाज पर 1,103 करोड़ का खर्च आएगा।
इसके अलावा राज्य सरकार कार्ड धारकों को अन्य जरूरी सामान जैसे सब्जी खरीदने के लिए 1,500 रुपए की एक मुश्त सहायता राशि देगी जिस पर 1,314 करोड़ रुपए व्यय होगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री और अभिनेता चिरंजीवी ने गुरुवार को एक करोड़ रुपए का दान फिल्म निर्माण में लगे लोगों के लिए देने की घोषणा की जो बंद के कारण बेरोजगार हो गए हैं।
वृहद हैदराबाद नगर निगम ने अपने 150 अन्नपूर्णा कैंटीन में 78 में मुफ्त में खाना देने की योजना शुरू की है। इससे पहले 5 रुपए में खाना मुहैया कराया जाता था।