इंदौर में Corona पॉजिटिव मरीजों की संख्या 3 हजार के पार, 176 नए मरीज मिले
इंदौर। इंदौर (Indore news) में दुनिया के सबसे खतरनाक कोरोनावायरस (Coronavirus) के पॉजिटिव मरीजों की संख्या 3 हजार के पार हो गई है। शुक्रवार को 176 नए कोरोना मरीज सामने आए, जिसके बाद संक्रमितों का आंकड़ा 9590 पर पहुंच गया है। अच्छी बात यह रही कि शहर में सिर्फ 1 ही मौत हुई। अब तक महामारी से 342 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
उक्त जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा देर रात जारी मेडिकल बुलेटिन में दी गई। प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया के अनुसार शुक्रवार को 3096 कोरोना टेस्ट की जांच रिपोर्ट में 2893 लोग निगेटिव और 176 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। नए मरीजों को मिलाकर शहर में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 9 हजार 590 हो गई है।
डॉ. पूर्णिमा के अनुसार 2981 सैंपल स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हुए हैं। अभी तक 1 लाख 71 हजार 794 कोरोना सैंपलों की जांच रिपोर्ट मिल चुकी है। शुक्रवार को विभिन्न अस्पतालों से 55 मरीजों को उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया। अब तक 6246 कोरोना मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल विभिन्न अस्पतालों में 3002 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का उपचार चल रहा है।
पॉश इलाकों में कोरोना ने पैर पसारे : कोरोनावायरस इंदौर शहर की पॉश कॉलोनियों में तेजी से फैल रहा है। न्यू पलासिया में चांदनी अपार्टमेंट में कोरोना के एक साथ 9 मरीज मिले हैं। यह इलाका काफी पॉश है और यहां पर एक साथ 9 मरीजों का मिलना चिंता की बात है।
कोरोना संक्रमित तुलसी सिलावट स्वस्थ हुए : जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट स्वस्थ होने के बाद शुक्रवार को अरबिंदो अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए। सिलावट ने इसके पूर्व अस्पताल से ही कैबिनेट की वर्चुअल बैठक में भाग लिया। स्वस्थ होने के बाद सिलावट ने अरबिंदो अस्पताल के डॉक्टर्स और अन्य सभी चिकित्सा स्टाफ का विनम्रतापूर्वक आभार जताया। बाद में उन्होंने कहा कि मैं ठीक हो गया हूं और जनता की सेवा करने के लिए फिर से हाजिर हूं।
सहयोग से सुरक्षा अभियान की शुरुआत : 15 अगस्त से राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग द्वारा 'सहयोग से सुरक्षा अभियान' शुरु किया जा रहा है। इस अभियान की मुख्य थीम 'सहयोग और समर्थन से ही विजय-कोरोना समाप्ति का दृढ़ निश्चय' है। इस अभियान के तहत कोरोना संक्रमण के साथ ही जीवन जीने की आदत के संबंध में नागरिकों को जागरुक किया जाएगा। अभियान विभिन्न शासकीय विभागों, स्वंयसेवी संगठनों, सामाजिक संस्थाओं, व्यापारिक संगठनों, धर्मगुरुओं, जनप्रतिनिधियों की व्यापक जनभागीदारी से संचालित होगा।