छत्तीसगढ़ में भाजपा का अजीब संयोग
न एक सीट ज्यादा न एक सीट कम
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में इस बार एक अजीब संयोग रहा यहाँ भाजपा अपनी सरकार बचाने में कामयाब रही और उसकी सीटों की संख्या में भी कोई फेरबदल नहीं हुआ।छत्तीसगढ़में 2003 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 50 सीटें मिली थी और संयोग देखिए कि इस बार भी उसका आँकड़ा 50 पर ही जाकर ठहरा। कांग्रेस ने इस बार पिछले बार के मुकाबले एक सीट का इजाफा किया। पिछले चुनाव में पार्टी को यहाँ 37 सीटें मिली थी जबकि इस बार वह 38 सीट पाने में कामयाब हुई। पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जहाँ तीन में सफलता हासिल की वहीं मध्यप्रदेश में उसने अपने प्रदर्शन में पिछली बार के मुकाबले अच्छा सुधार किया। मध्यप्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में भाजपा शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व वाली अपनी सरकार बचाने में कामयाब रही लेकिन कांग्रेस यहां अपनी सीटें तकरीबन दोगुनी करने में कामयाब हुई। 2003 के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस को मात्र 38 सीटें मिली थी। राजस्थान में कांग्रेस को पिछली बार की 56 सीटों के मुकाबले इस बार 96 सीटें हासिल हुई है और वह राज्य में पांच साल के बाद सरकार बनाने की ओर अग्रसर है। दिल्ली में शीला दीक्षित ने जबर्दस्त सफलता हासिल करते हुए कांग्रेस सरकार की हैट्रिक बनाई। लेकिन पिछले बार के मुकाबले उसे सात सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। 2003 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 49 सीटें मिली थी जबकि इस बार पार्टी को 42 मिली हैं।