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Last Updated : सोमवार, 12 नवंबर 2018 (20:15 IST)

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव : पहले चरण में 61 प्रतिशत से अधिक मतदान, क्षेत्र में रही शांति

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव : पहले चरण में 61 प्रतिशत से अधिक मतदान, क्षेत्र में रही शांति - Chhattisgarh assembly election
रायपुर। छत्तीसगढ़ में अभूतपूर्व सुरक्षा प्रबन्धों के बीच पहले चरण की घुर नक्सल इलाके की 18 विधानसभा सीटों पर मतदान शान्तिपूर्ण सम्पन्न हो गया। इस चरण में अभी तक मिली खबरों के मुताबिक लगभग 61 प्रतिशत मतदान हुआ है।


राज्य निर्वाचन अधिकारी सुब्रत साहू ने आज बताया कि पहले चरण की 18 सीटों में से 10 अति संवेदनशील सीटों मोहला मानपुर, अन्तागढ़, भानुप्रताप पुर, कांकेर, केशकाल, कोन्डागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर एवं कोन्टा में सुरक्षा कारणों से मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ था। यहां मतदान तीन बजे समाप्त हो गया। उन्होंने बताया कि इस चरण की शेष आठ सीटों खैरागढ़, डोगरगढ़, डोगरगांव, राजनांदगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर एवं चित्रकोट में मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक हुआ।

कई केन्द्रों पर मतदान की समय सीमा समाप्त होने के बाद भी भीड़ थी, इनके मतदान करने तक मतदान जारी रहा। उन्होंने कहा कि जिन 10 सीटों पर मतदान सुबह सात बजे से तीन बजे तक हुआ, वहां 52 प्रतिशत मतदान हुआ है, जबकि जिन आठ सीटों पर सुबह आठ बजे से पांच बजे तक मतदान हुआ वहां 70 प्रतिशत मतदान होने की सूचना है। साहू ने बताया कि 10 सीटों एवं आठ सीटों के मतदान की अभी अन्तिम रिपोर्ट नहीं मिली है। आठ सीटों पर भी मतदान की रिपोर्ट शाम चार बजे तक की है।

उन्होंने बताया कि अन्तिम रिपोर्ट मिलने पर मतदान का प्रतिशत बढ़ सकता है। उन्होंने सुदूर एवं घुर नक्सल प्रभावित इलाकों में भी निडर होकर मतदाताओं के मतदान करने पर निर्वाचन आयोग की तरफ से उनके प्रति आभार जताया। राज्य निर्वाचन अधिकारी ने मतदान प्रक्रिया के दौरान हुई नक्सल घटनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि दंतेवाड़ा जिले के कटे कल्याण में बूथ नम्बर 183 के निकट नक्सलियों ने आईडी विस्फोट किया लेकिन इससे कोई हताहत नहीं हुआ।

बीजापुर के भैरमगढ़ में सुरक्षाबलों ने दो आईडी बरामद कर उसे निष्क्रिय कर दिया। बीजापुर जिले के पामेड में मुठभेड़ में कोबरा बटालियन के दो जवान घायल हो गए। इन घटनाओं से मतदान पर कोई असर नहीं पड़ा। उन्होंने बताया कि सुदूर एवं घुर नक्सल इलाकों के मतदान केन्द्रों से 217 मतदान दलों को हेलीकॉप्टर से वापस लाना है जिसमें 46 दलों को आज वापस लाया गया है। शेष दलों को मतदान केन्द्र पर ही सुरक्षा कारणों से रूकने के निर्देश दिए गए है। इन्हें कल सुबह निकाला जाएगा।

मतदान दलों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी बन्दोबस्त किए गए हैं। इस चरण में जिन 190 उम्मीदवारों का राजनीतिक भाग्य ईवीएम में कैद हो गया उनमें मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी शामिल हैं। डॉ. सिंह राजनांदगांव सीट से उम्मीदवार हैं जिनका सीधा मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला से है। इसके अलावा दो प्रमुख उम्मीदवारों स्कूल शिक्षामंत्री केदार कश्यप एवं वनमंत्री महेश गागड़ा का राजनीतिक भाग्य ईवीएम में कैद हो गया जो कि क्रमशः नारायणपुर एवं बीजापुर सीटों से उम्मीदवार हैं। इस बार अलग प्रयोग करते हुए मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रत्येक मतदान केन्द्र पर वोटर सेल्फी जोन बनाया गया था।

मतदाता सेल्फी खींचकर राज्य निर्वाचन अधिकारी के टि्वटर एवं फेसबुक पेज पर लोगों ने लोड किया। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की पांच उत्कृष्ट सेल्फी को पुरस्कृत किया जाएगा। मतदान केन्द्रों पर निगरानी के लिए 4336 मतदान केन्द्रों में से 252 में वेब कास्टिंग की व्यवस्था की गई। इसके माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग ने जहां नई दिल्ली से यहां की मतदान गतिविधियों पर नजर रखी वहीं राज्य निर्वाचन कार्यालय ने भी इन पर निगाह रखी।

मतदान को सम्पन्न करवाने के लिए सुरक्षाबलों के इतर लगभग 19 हजार अधिकारियों, कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। इस चरण की 18 सीटों में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के पास भाजपा की अपेक्षा कहीं ज्यादा चुनौती अपनी सीटों को बरकरार रखने की है। बस्तर संभाग की 12 में आठ सीटे कांग्रेस के पास में तथा राजनांदगांव की छह में से चार सीटे कांग्रेस के पास हैं। कुल 18 में 12 सीटें  कांग्रेस के पास हैं। इस चरण में केवल खैरागढ़ एवं कोंटा सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला बताया जा रहा है, शेष सीटों पर कांग्रेस एवं भाजपा में सीधा मुकाबला है।

भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने जहां जनसभाओं को सम्बोधित किया, वहीं राजनांदगांव में रोड शो किया। भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने ताबड़तोड़ जनसभाएं कीं, और पार्टी की दृष्टि में कमजोर माने जाने वाले कई क्षेत्रों में उनकी दो-दो सभाएं भी हुईं। इसके अलावा भाजपा की ओर से केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, स्मृति ईरानी, केन्द्रीय राज्यमंत्री रामकृपाल यादव, झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने भी जनसभाएं कीं।

कांग्रेस की ओर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ ही पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं आदिवासी नेता भक्त चरण दास, उत्तरप्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर, कांग्रेस के महासचिव शक्ति सिंह गोविल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव ने जहां कई सभाएं कीं वहीं पूर्व केन्द्रीय मंत्री आनन्द शर्मा, मनीष तिवारी, पार्टी के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला एवं प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी भी यहां चुनावी रणनीति को गति देने पहुंचे।

जनता कांग्रेस बसपा गठबंधन के इकलौते स्टार प्रचारक मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने जहां गठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में हेलीकॉप्टर से ताबड़तोड़ सभाएं कीं वहीं भानुप्रतापपुर सीट पर चुनाव लड़ रहे आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी कोमल हुपेंडी के पक्ष में प्रचार करने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी पहुंचे। 
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