Chhath puja 2024: वर्ष 2024 में छठ महापर्व का प्रारंभ 05 नवंबर, दिन मंगलवार से शुरू हो गया है। छठ पूजा चार दिनों तक चलने वाला पर्व है, जिसकी शुरुआत कार्तिक शुक्ल चतुर्थी से होकर कार्तिक शुक्ल सप्तमी पर छठ पर्व की समाप्ति होती है। छठ पूजा में छठी मैया की पूजा और सूर्य को अर्घ्य देने का प्रचलन है। पहले दिन नहाय खहाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन संध्या अर्घ्य और चौथे दिन का उषा अर्घ्य देकर इसका समापन होता है।
Highlights
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छठ पूजा में क्या चढ़ाया जाता है?
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छठ पूजा के लिए किन-किन चीजों की आवश्यकता होती है?
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छठ पूजा में कितने प्रकार के फल लगते हैं?
आइए इस लेख के माध्यम से जानते हैं छठ पूजा की संपूर्ण सामग्री कौन-कौनसी हैं...
छठ पूजा सामग्री की संपूर्ण सूची यहां जानें : एक थाली, दूध का लोटा, शुद्ध जल, गिलास, नारियल, सिंदूर, कर्पूर, कुमकुम, अक्षत/ चावल, चंदन, बांस की 3 टोकरी (प्रसाद के लिए, पथिया), बांस या पीतल के 3 सूप, सेब, सिंघाड़ा, मूली, ठेकुआ, मालपुआ, खीर-पूड़ी, खजूर, सूजी का हलवा, चावल के लड्डू, साड़ी-कुर्ता पजामा, गन्ना (पत्तों के साथ), सुथनी, शकरकंदी, डगरा, हल्दी और अदरक का पौधा, नाशपाती, केला, केले का पूरा गुच्छा, कैराव, पान, सुपारी और शहद की डिब्बी, नई साड़ी या कुर्ता-पजामा, 5 गन्ने के पत्ते वाले गन्ने, पानी वाला नारियल, पीला सिंदूर, दीपक, घी, बाती, धूपबत्ती, मूली, अदरक का हरा पौधा, बड़ा मीठा नींबू, शरीफ़ा, नाशपाती, चना, गुड, मखाने, सात तरह के फल और मसाले का सामान।
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