क्या चांद पर है एलियंस? 53 साल से अमेरिका ने क्यों नहीं भेजा मानव मिशन?
चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के बाद चांद को लेकर लोगों की उत्सुकता चरम पर दिखाई दे रही है। लोग यह जानना चाहते हैं कि चांद की भीतर क्या है? क्या वहां एलियंस हैं? भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है। हालांकि वह चांद पर पहुंचने वाला चौथा देश है। इससे पहले अमेरिका, चीन और रूस भी चांद पर कदम रख चुके हैं।
1969 में चांद पर पहुंचे थे नील आर्मस्ट्रॉन्ग : 20 जुलाई 1969 को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का अपोलो 11 मून मिशन चांद पर पहुंचने में सफल हुआ था जो एक ह्यूमन मिशन था। चांद पर पहुंचने वाले नील आर्मस्ट्रॉन्ग पहले अंतरिक्ष यात्री थे। इसके बाद मात्र 3 साल में 5 बार अमेरिका ने चांद पर अपना मिशन भेजा। 1972 के बाद अमेरिका ने चांद पर अपना मिशन भेजना बंद कर दिया। स्पेस सेक्टर में दिलचस्पी रखने वालों को यह सवाल अब तक परेशान करता है कि अमेरिका ने फिर चांद पर मानव मिशन क्यों नहीं भेजा?
गायब हुई रिकॉर्डिंग : हैरान कर देने वाली बात ये है कि चंद्रमा पर सबसे पहले इंसानों के पहुंचने की रिकॉर्डिंग भी गायब हो गई। इनमें चांद पर घूमने तक से लेकर वापस आने और चांद के वीडियो शामिल थे। इसके रॉ टेप्स गायब हो गए। इसके बाद माना गया कि चांद पर एलियन की मौजूदगी है।
ऐसा माना जाता है कि गायब हुए टेप्स में कुछ ऐसा था, जिससे चांद की सच्चाई के बारे में दुनिया को पता चल सकता था। ये भी दावा किया गया कि चंद्रमा पर शायद कुछ अलग था या वहां पर एलियंस रह रहे हों। यह बात भी की गईं कि चांद पर घूमने वाले अंतरिक्ष यात्रियों से एलिएंस से मुलाकात की थी।
तब किसी भी चीज का लाइव टेलीकास्ट नहीं दिखाया जाता था, बल्कि रॉ फुटेज को एडिट करने के बाद दिखाया जाता था। अमेरिका पर आरोप है कि उसने असली टेप को छिपा दिया और जितना जरूरी था उतना ही दिखाया।
घंटी की आवाज ने किया हैरान : बताया जाता है कि अपोलो मिशन के दौरान चंद्रमा के अंदर की हलचल के बारे में जानने के लिए सिस्मोमीटर फिट किया गया था। इस दौरान सतह से 20 से 30 किलोमीटर नीचे कुछ ऐसा महसूस हुआ जिसने सभी को हैरान कर दिया। वहां अलग तरह की आवाजें सुनाई दे रही थीं, जैसे नीचे कोई घंटी बज रही हो।
क्या धरती पर भी आते हैं एलियंस : दूसरे ग्रहों से धरती पर यूएफओ (UFO) या उड़नतश्तरी उतरने की अब तक कई खबरें सामने आ चुकी हैं। दावा किया जाता रहा है कि कई एलियंस धरती पर हजारों साल से आ रहे हैं। कुछ वैज्ञानिकों ने इन एलियंस के आने के संकेत दिए हैं, तो कुछ कहते हैं कि एलियंस पहले से ही धरती पर इंसानों के साथ ही रह रहे हैं। कहा जाता है कि एलियंस इंसानों पर रिसर्च कर रहे हैं। इन घटनाओं के चलते एलियंस के धरती पर आने के मकसद से लेकर धरती पर मंडरा रहे खतरे को लेकर कई रिपोर्ट में अनुमान लगाए जा रहे हैं। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि जो भी हो धरती पर बार-बार आने वाली इस आसमानी आफत का एजेंडा शांतिपूर्ण तो कतई नहीं है।