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Written By ND

वि‍लपॉवर डॉट कॉम

वि‍लपॉवर डॉट कॉम -
- अनुराग तागड़े

ND
कितना अच्छा होता कि वि‍लपॉवर की कोई वेबसाइट होती जिस पर जाकर रजिस्टर्ड करने पर आपकी वि‍लपॉवर में भी इजाफा होता। पर ऐसा हो नहीं सकता और होना भी नहीं चाहिए।

वि‍लपॉवर के दम पर क्या नहीं हो सकता इसका उदाहरण हम सभी हैं, क्योंकि प्रत्येक की जिंदगी में ऐसा क्षण आता है जब लगता है कि अब जिंदगी में आगे बढ़ा नहीं जा सकता फिर चाहे वह करियर की बात हो या अन्य परिस्थितियाँ परंतु सभी इस स्थिति से आगे बढ़ते हैं और यह आगे बढ़ना वि‍लपॉवर पर ही तो निर्भर है।

वि‍लपॉवर का न कोई दायरा है न कोई सीमा है, पर है वह प्रत्येक व्यक्ति में मौजूद। हम परिस्थितियों से हारकर घुटने टेक देने की स्थिति में होते हैं, पर इन परिस्थितियों से लड़ने का माद्दा हमें इच्छाशक्ति के माध्यम से ही मिलता है। 'इच्छा' और 'शक्ति' इन दो शब्दों से बना 'वि‍लपॉवर' मनुष्य के भीतर एक अलग ही अलख जगाती है।

वह असफलता को भगाने के लिए प्रेरित करती है और सफलता का दामन छूने के लिए सुबह से शाम तक मेहनत करने का संदेशा देती है। वि‍लपॉवर सेल्‍फ मॉटि‍वेटेड है और सेल्‍फ डि‍सि‍प्‍लि‍न्‍ड है। यही कारण है कि व्यक्ति खुद की इच्छा के बगैर इस शक्ति को न तो ओढ़ सकता है और न ही इसके अन्य स्वरूप बना सकता है।

वि‍लपॉवर अटल होती है और सच्ची होती है, पर समस्या एक ही है प्रत्येक व्यक्ति वि‍लपॉवर स्वयं में नहीं जगा पाता। इसके कारण भिन्न हो सकते हैं। बिरले व्यक्ति ही होते हैं, जो असफलता के मुहाने पर जाकर सेल्‍फ एस्‍टि‍मेशन करते हैं और खुद के भीतर छुपी वि‍लपॉवर को जागृत कर सफलता प्राप्त करते हैं।

दोस्तो, क्या कभी आपने सोचा कि स्वयं में वि‍लपॉवर को जगाने की प्रोसेस प्रक्रिया क्या है और यह कैसी होती है।

कभी इस बात का विचार जरूर करें कि जब भी आपको असफलता का सामना करना पड़ा था तब आपका व्यवहार और आपके मन में आ रहे विचार कैसे थे। असफलता प्राप्ति के बाद भी क्या मन में सकारात्मक विचार आ रहे थे या फिर आपने व्यवस्था से लेकर परिस्थितियों को कोसना आरंभ कर दिया था या फिर 'कोई बात नहीं मैं फिर मेहनत करूँगा' से लेकर सकारात्मक विचार आपके मन में आए थे।

दोस्तो, कही न कहीं पॉजि‍टि‍व एटि‍ट्यूड से इच्छाशक्ति का रिश्ता जरूर है। बात जायज भी है। नेगेटि‍व विचारों के सहारे वि‍लपॉवर को आपने ओढ़ने का प्रयत्न भी किया, तब परिणाम कहीं न कहीं नकरात्मक ही मिलेंगे। वि‍लपॉवर के सहारे व्यक्ति न केवल हिमालय जैसी विपदा से पार पा सकता है वरन स्वयं को नर से नारायण भी बना सकता है।