'नोटबंदी' के उल्लेख पर तालियों से गूंजा सेंट्रल हॉल
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में एक घंटे से अधिक समय तक चले अभिभाषण में सरकार की 80 उपलब्धियों का उल्लेख हुआ जिनका 63 बार मेजें थपथपाकर स्वागत किया गया, लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक (लक्षित हमले) और नोटबंदी को लेकर सदस्यों ने सर्वाधिक उत्साह प्रदर्शित किया।
राष्ट्रपति ने शुरू में सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि यह संयुक्त सत्र ऐतिहासिक है क्योंकि आजादी के बाद पहली बार बजट सत्र को निर्धारित समय से पहले बुलाया गया है और आम बजट में रेलवे बजट को समाहित किया जा रहा है। ऐतिहासिक होने के संबंध में जब राष्ट्रपति ने कहा कि यह साल गुरु गोविंद सिंह की 350वीं तथा रामानुजाचार्य की 1000वीं जयंती है और चंपारण सत्याग्रह का शताब्दी वर्ष भी है तो सदस्यों ने इसका भी मेजें थपथपाकर अभिवादन किया।
अभिभाषण के दौरान सर्जिकल स्ट्राइक के उल्लेख पर सबसे ज्यादा देर तक सदन में तालियों की गड़गड़ाहट गूंजी। इस पर पूरे सदन में खुशी व्यक्त की गई जबकि नोटबंदी तथा सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख आते ही सिर्फ सत्ता पक्ष के सदस्यों की तरफ से ही जमकर मेजें थपथपाई गईं।
अभिभाषण में किसानों के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के उल्लेख पर सबसे ज्यादा छह बार तालियों से सदन गूंजा, जबकि युवाओं के लिए कौशल विकास योजना के तहत किए जा रहे उपायों को लेकर तीन बार मेजें थपथपाई गईं। (वार्ता)