स्वच्छ रेल, स्वच्छ भारत पर रेल मंत्री का जोर
नई दिल्ली। रेलवे में साफ सफाई पर विशेष जोर देते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने मंगलवार को कहा कि सरकार ‘स्वच्छ रेल, स्वच्छ’ भारत’ की दिशा में काम करेगी और इसके लिए रेलवे में एक नया विभाग स्थापित किया जाएगा।
प्रभु ने लोकसभा में वर्ष 2015-16 के अपने रेल बजट भाषण में कहा कि साफ सफाई एक ऐसा प्रमुख क्षेत्र है जिस पर यात्री असंतुष्ट रहते हैं। हमारी सर्वोत्तम प्राथमिकता साफ सफाई में उच्चतर मानकों को सुनिश्चित करना है।
उन्होंने कहा कि हम सरकार के प्रमुख कार्यक्रम स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छ रेल बनाने के कार्यक्रम को जोरदार ढंग से चलाना चाहते हैं। इसलिए अब हम ‘स्वच्छ रेल, स्वच्छ भारत’ के लिए कार्य करेंगे।
रेल मंत्री ने स्टेशनों और गाड़ियों की सफाई के लिए एक नया विभाग बनाने का प्रस्ताव करते हुए कहा कि एकीकृत साफ सफाई के कार्य को एक विशेषज्ञता वाले कार्य के रूप में शुरू किया जाएगा जिसमें प्रोफेशनल एजेंसियों की सेवाएं लेना और अपने कर्मचारियों को साफ सफाई की नवीनतम पद्धति का प्रशिक्षण प्रदान करना शामिल होगा।
उन्होंने कहा कि रेलवे की योजना है कि बड़े कोचिंग टर्मिनलों के समीप 'अपशिष्ट पदार्थों से ऊर्जा' पैदा करने वाले संयंत्रों को स्थापित किया जाए। प्रारंभ में एक पायलट आधार पर एक संयंत्र स्थापित किया जाएगा और उसके बाद चरणबद्ध तरीके से और अधिक संयंत्रों की स्थापना की जाएगी।
स्टेशनों और गाड़ियों में शौचालय सुविधाओं की हालत में भारी सुधार की जरूरत बताते हुए प्रभु ने कहा कि पिछले वर्ष के 120 स्टेशनों की तुलना में 650 अतिरिक्त स्टेशनों पर नए शौचालय बनाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अभी तक 17,388 जैव शौचालयों को लगाया गया है और इस वर्ष 17 हजार और जैव शौचालयों को लगाने का है। (भाषा)