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Last Updated : मंगलवार, 16 जून 2020 (14:50 IST)

Sushant Singh Rajput Death: बॉलीवुड पर बरसे विवेक ओबेरॉय, बोले- हुनर को कुचलने के बजाए पोषित करना सीखें

Sushant Singh Rajput Death: बॉलीवुड पर बरसे विवेक ओबेरॉय, बोले- हुनर को कुचलने के बजाए पोषित करना सीखें - Sushant Singh Rajput Death: Industry needs to be a place where an artiste feels appreciated, not manipulated: Vivek Oberoi
सुशांत सिंह राजपूत के निधन से फिल्म इंडस्ट्री सदमे में है। सुशांत ने रविवार को मुंबई स्थित अपने घर में आत्महत्या कर ली थी। सोमवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। सुशांत की मौत से बॉलीवुड में एक नई बहस छिड़ गई है। पहले कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर सुशांत की मौत जिम्मेदार बॉलीवुड को बताया। वहीं, सुशांत सिंह राजपूत के अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद विवेक ओबेरॉय ने दुख जताया है और बॉलीवुड पर सवाल उठाएं हैं।

विवेक ओबेरॉय ने एक नोट सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इस नोट में उन्होंने लिखा है, “सुशांत के अंतिम संस्कार में शामिल होना बड़ा ह्रदयविदारक रहा। काश मैं उसके साथ अपना पर्सनल एक्सपीरियंस शेयर कर पाता और उसके दर्द को कम करने में उसकी मदद कर पाता। मैं खुद दर्द से गुजरा हूं। ये बहुत दुखभरा और बहुत अकेलापन हो सकता है। लेकिन मौत कभी भी उन सवालों का जवाब नहीं हो सकती है, आत्महत्या कभी कोई हल नहीं हो सकती है।”



विवेक ने आगे लिखा, “काश वो अपने परिवार, दोस्तों और लाखों फैंस के बारे में सोचकर रुक गया होता, जो आज मातम मना रहे हैं... उसने एहसास किया होता कि लोग उसकी कितनी परवाह करते हैं। आज जब मैंने उनके पिता को मुखाग्नि देते हुए देखा, उनकी आंखों का दर्द असहनीय था। जब मैंने उनकी बहन को रोते देखा और उन्हें वापस आ जाने के लिए कहते देखा तो मैं बता नहीं सकता कि मेरे मन की गहराई में कैसा महसूस हुआ था।”
 

बॉलीवुड इंडस्ट्री पर निशाना साधते हुए उन्होंने आगे लिखा, “हमारी इंडस्ट्री जो खुद को एक परिवार कहती है, उसे गंभीरता से आत्मचिंतन की जरूरत है। हमें बेहतर बनने के लिए बदलने की जरूरत है, हमें एक दूसरे की बुराइयां करने से ज्यादा एक दूसरे की मदद करने की जरूरत है।  इगो के बारे में कम सोचते हुए प्रतिभाशाली और काबिल लोगों की तरफ ध्यान देने की जरूरत है। इस परिवार को वाकई परिवार की तरह बनना होगा। एक ऐसी जगह बनानी होगी, जहां हुनर को कुचलने के बजाए पोषित करना होगा। ये हम सभी के लिए एक वेकअप कॉल है। मैं मुस्कुराते रहने वाले सुशांत को हमेशा मिस करूंगा, मैं दुआ करूंगा कि ईश्वर वो सारा दर्द ले ले जो तुमने महसूस किया है मेरे भाई। उम्मीद है कि अब तुम एक बेहतर जगह पर होंगे। शायद हम लोग तुम्हें डिजर्व ही नहीं करते थे।”
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