मजदूरों के मसीहा बने सोनू सूद अब फिल्मों में नहीं बनेंगे विलेन
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद कोरोनावायरस की वजह से लगे लॉकडाउन के बाद से ही मजदूरों और जरूरमंदों की हर तरह से मदद कर रहे हैं। उन्हें मजदूरों के मसीहा के नाम से भी पुकारा जाने लगा है। पर्दे पर अक्सर विलेन के रोल में नजर आने वाले सोनू सूद असल जिंदगी में हीरो बनकर सामने आए हैं।
अब अभिनेता ने अपनी फिल्मों के लिए भी बड़ा फैसला लिया है। कोरोना के मुश्किल वक्त में सोनू ने जरूरतमंद लोगों की हर तरह से मदद की है। ऐसे में उनके चाहने वालों ने उन्हें 'मसीहा' नाम दिया है। जिसका असर उनकी प्रोफेशनल जिंदगी पर भी काफी पड़ा है। दरअसल, सोनू कुछ समय से संतोष श्रीनिवास के निर्देशन में बन रही तेलुगू फिल्म 'Alludu Adhurs' को लेकर चर्चा में हैं। अब लोगों के बीच बनी सोनू की छवि को देखते हुए फिल्म में कई बदलाव किए गए हैं।
खबरों के अनुसार समाज में आज सोनू सूद की छवि के कारण मेकर्स ने खासतौर पर उनके लिए फिल्म में दो गानें भी जोड़े हैं। इसके अलावा पूरे प्रोजेक्ट में भी कई बदलाव किए गए हैं। कई सीन्स दोबारा लिखे और शूट किए जा रहे हैं। मेकर्स का कहना है कि सोनू की छवि का फिल्म में भी ध्यान रखना होगा, वरना दर्शक नाराज हो जाएंगे।
सोनू सूद का भी कहना है कि कुछ समय में उनकी जिंदगी में कई बदलाव आए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें मिलने वाले किरदारों में भी बदलाव हुए। पिछले एक साल में मेरी जिंदगी में काफी कुछ बदल गया। जहां तक फिल्मों की बात है अब मैं विलेन का किरदार नहीं करुंगा। अब मैं सिर्फ सकारात्मक किरदार ही निभाऊंगा। अब मुझे हर साल कम से कम दो फिल्मों के लिए वक्त निकालना है।
सोनू ने कुछ समय पहले कहा था कि अब उन्हें अच्छे रोल मिल रहे हैं। उन्होंने कहा, मुझे जैसे किरदार मिल रहे हैं वह बहुत अलग हैं। मुझे रियल लाइफ हीरो के किरदार मिल रहे हैं। मैंने अपनी जिंदगी में जो भी किया उसे भी स्क्रिप्ट में उतारने की कोशिश की जा रही है, जो कि मेरे लिए अलग अनुभव है।
सोनू सूद के वर्क फ्रंट की बात करेंतो वे जल्द ही आदित्य चोपड़ा द्वारा निर्मित ऐतिहासिक एक्शन ड्रामा फिल्म 'पृथ्वीराज' में नजर आने वाले हैं। इसके अलावा उन्हें तमिल फिल्म 'Thamezharasan' में भी देखा जाएगा। वहीं, वह अपनी किताब 'I Am No Messiah' को लेकर भी चर्चा में बने हैं। जिसमें उन्होंने अपना लॉकडाउन का पूरा सफर लिखा है।