श्रेया घोषाल के गाने सिर्फ संगीत नहीं, बल्कि एक दिव्य एहसास है, जो हर सुर को आध्यात्मिक अनुभव में बदल देता है। चाहे मीठी मेलोडी हो, भक्ति का भाव हो या सुरीली आवाज़ की जादूगरी, श्रेया की आवाज़ सिर्फ सुनाई नहीं देती, बल्कि दिलों को जोड़ती, मन को सुकून देती और आत्मा को ऊंचा उठाती है। महाशिवरात्रि की पावन बेला में, श्रेया घोषाल भक्ति गीत 'नमो शंकरा' लेकर आई हैं। यह एक ऐसा भक्ति गीत, जो श्रद्धा और ऊर्जा का अद्भुत संगम है। किन्जल चटर्जी और श्रेया घोषाल के संगीत से सजा, और श्रद्धा पंडित के गहरे भक्ति भाव से लिखे बोलों वाला यह गीत भगवान शिव की ऐसी स्तुति है, जैसी पहले कभी नहीं सुनी गई। डमरूओं की गूंज, पवित्र संस्कृत मंत्रों की शक्ति और श्रेया की दिव्य आवाज़— ये सब मिलकर ऐसा वातावरण बनाते हैं, जो भक्ति को जागृत करता है और श्रोताओं को महादेव के अलौकिक लोक तक पहुंचा देता है। हर स्पंदन, हर ताल, हर अक्षर सिर्फ सुनने के लिए नहीं, महसूस करने के लिए है। यह सिर्फ एक गीत नहीं, बल्कि आत्मा को झंकृत करने वाला संगीत है। 'नमो शंकरा' इस आध्यात्मिक पर्व के लिए एकदम सही माहौल तैयार कर रहा है। श्रेया ने खुशी ज़ाहिर करते हुए लिखा, इंतज़ार खत्म! 'नमो शंकरा' अब आ गया है! ये भजन सिर्फ एक गाना नहीं, बल्कि महादेव से जुड़ने का एक अहसास है। यह सिर्फ एक गीत नहीं, यह एक भावनात्मक यात्रा है, जो आपको शंभू शिव की दिव्य ऊर्जा से जोड़ती है। View this post on Instagram A post shared by shreyaghoshal (@shreyaghoshal) इस बीच, श्रेया घोषाल चेन्नई समेत कई शहरों में अपने लाइव कॉन्सर्ट टूर के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अपनी बेहतरीन आवाज़ और शानदार परफॉर्मेंस से दर्शकों को दीवाना करने वाली श्रेया हर बार स्टेज पर जादू बिखेरती हैं। उनकी गायकी में जो भावना और गहराई होती है, वो उन्हें बाकी सब से अलग बनाती है।