कभी पेंटर बनना चाहते थे प्रकाश झा, फिल्म की शूटिंग देख बदल दिया अपना इरादा
बॉलीवुड फिल्म निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा 27 फरवरी को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। प्रकाश झा ने अपहरण, गंगाजल और राजनीति जैसी फिल्मों का निर्माण किया है। उनका जन्म बिहार के चंपारण में हुआ था। प्रकाश अपनी शानदार फिल्मों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन उनके लिए यह सफर इतना आसान नहीं था। प्रकाश झा कभी पेंटर बनने का सपना देखते थे। इसके लिए उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी में बैचलर की पढ़ाई छोड़ कर मुंबई के जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स में एडमिशन ले लिया था।
एक इंटरव्यू के दौरान प्रकाश झा ने बताया था कि वो घर से 300 रुपए लेकर अपना सपना पूरा करने निकले थे। ये वो समय था जब उन्हें कई बार भूखा रहना पड़ा। फूटपाथ पर रातें बिताई और बहुत कुछ झेला। जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स में एडमिशन लेने के बाद 1973 में फिल्म 'धर्मा' की शूटिंग देखने का मौका मिला।
इसके बाद उन्होंने फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पुणे में दाखिला लिया। यहां उन्होंने प्री-प्रोडक्शन व पोस्ट प्रोडक्शन का काम और एडिटिंग करना सीखा। लेकिन कुछ कारणों की वजह से इंस्टीट्यूट बंद हो गई और पढ़ाई के बीच में ही प्रकाश झा को मुंबई आना पड़ा।
प्रकाश झा ने साल 1984 में बतौर निर्देशक फिल्म 'हिप हिप हुर्रे' से बॉलीवुड में कदम रखा। अपनी पहली फिल्म के लिए ही प्रकाश को नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। हिंदी सिनेमा को उन्होंने कई हिट फिल्में दीं।
प्रकाश झा ने साल 1985 में मशहूर अभिनेत्री दीप्ति नवल से शादी कर रचाई थी। शादी के बाद दोनों ने एक बेटी को गोद लिया जिसका नाम दिशा है। प्रकाश और दीप्ति ने शादी के 17 सालों बाद दोनों ने अलग होने का फैसला किया और तलाक ले लिया। हालांकि तलाक के बाद भी दोनों अच्छा बॉन्ड शेयर करते हैं। Edited By : Ankit Piplodiya