पंचतत्व में विलीन हुए राजू श्रीवास्तव, नम आंखों से लोगों ने दी अपने चहेते को विदाई
मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का 21 सितंबर को निधन हो गया। 10 अगस्त को जिम में वर्कआउट करते समय राजू को हार्ट अटैक आया था, इसके बाद से वह दिल्ली के एम्स अस्पताल में बीते 42 दिनों से जिंदगी की जंग लड़ रहे थे। राजू श्रीवास्तव के निधन से हर किसी की आंखें नम है।
राजू श्रीवास्तव का अंतिम संस्कार 22 सितंबर को दिल्ली के निगमबोध घाट में किया गया। राजू को उनके भाई ने मुखाग्नि दी। राजू श्रीवास्तव को अंतिम विदाई देने कई दिग्गत सितारों के साथ राजनेता भी पहुंचे।
राजू श्रीवास्तव की अंतिम यात्रा दिल्ली के दशरथपुरी उनके भाई के घर से निकली। एंबुलेंस में राजू का पार्थिव शरीर रखा गया था। गाड़ी को फूलों से सजाया गया था। गाड़ी पर कॉमेडियन की हंसती मुस्कुराती तस्वीर लगाई गई थी।
राजू श्रीवास्तव को अंतिम विदाई देने कानपुर से उनके कई दोस्त और परिवारवाले भी दिल्ली आए यूपी के पर्यटन मंत्री, सुनील पाल, मधुर भंडारकर भी श्मशान घाट पहुंचे हैं। लोग ने राजू श्रीवास्तव अमर रहे... के नारे भी लगाए।
वहीं राजू श्रीवास्तव के भाई काजू कॉमेडियन के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके। वह अभी कानपुर में हैं। काजू बीमार हैं। काजू को देखने ही राजू दिल्ली गए थे। इसी दौरान उन्हें हार्ट अटैक आया था। काजू और राजू दोनों ही एम्स में एडमिट रहे थे।
राजू श्रीवास्तव को एक ऐसे कलाकार के तौर पर याद किया जाएगा जिन्होंने अपने लाजवाब कॉमिक अभिनय से दर्शकों के दिलों में विशिष्ट पहचान बनाई। राजू श्रीवास्तव का जन्म 25 दिसंबर 1963 को कानपुर में एक मध्यम वर्ग परिवार में हुआ था। उनके पिता रमेश चंद्र श्रीवास्तव जाने-माने कवि थे, जिनको लोग बलाई काका के नाम से जानते थे।