वेब सीरीज में काम करने में ज्यादा कंफर्ट महसूस होता है : स्नेहा उल्लाल
2 अक्टूबर को जी5 पर एक वेब सीरीज लॉन्च हुई है, जिसका नाम है 'एक्सपायरी डेट'। यह वेब सीरीज एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर और उससे जुड़ी परेशानियों के बारे में लोगों को बता रही है। वेब सीरीज में स्नेहा उल्लाल, मधु, शालिनी अली रेजा और टोनी लुक काम कर रहे हैं। इसकी वर्चुअल कांफ्रेंस के दौरान स्नेहा उल्लाल ने कई बातों के जवाब दिए।
अपने रोल के बारे में स्नेहा उल्लाल का कहना है कि मैं बहुत ही बॉसी हूं मुझे लोगों पर आर्डर देते रहना बहुत पसंद है। लगभग यही रोल मुझे मिला इस वेब सीरीज में मैं बहुत बिंदास किरदार निभाती हूं, वरना आमतौर पर होता यूं है कि बतौर एक्ट्रेस चाहे वह कैमरा के सामने हो या कैमरा के पीछे बहुत ही तरीके से और सलीके से पेश आना पड़ता है। वैसे ही बात करनी पड़ती है। लेकिन वेब सीरीज की खास बात यह थी कि मैं बिल्कुल अपने ही तरीके का रोल निभा सकती थी। यह रोल निभाने में बहुत मजेदार लगा।
कोई खास घटना आपको याद है?
आप पूछ रही हैं तो बताती हूं। एक बार मेरी तबीयत कुछ ठीक नहीं थी और ऐसे में मुझे उस दिन जो सीन करना था उससे मुझे बहुत गुस्सा दिखाना था और यहां तक कि मुझे अपने को-एक्टर को एक थप्पड़ मारना था। जब में रोल कर रही थी तो मुझे बहुत असहज महसूस हो रहा था। लेकिन जैसे ही कैमरा ऑन हुआ मैंने वह डायलॉग बोलना शुरू किया और गुस्सा दिखाया, तैश में आकर सामने वाले एक्टर को एक थप्पड़ भी जड़ दिया और यह इतनी आसानी से हो गया कि शॉर्ट कट होने के बाद मैं खुद सोच में पड़ गई कि मैं तो बीमार थी। मेरे हिसाब से रोल ही इतना खूबसूरत है कि मुझे कोई स्ट्रेस महसूस नहीं हुआ।
फिल्मों और वेब सीरीज में कितना अंतर पाती हैं?
फिल्मों में मेरे पास काम करने के लिए ढाई से 3 घंटे का समय होता है जिसमें मेरे ऊपर कितना रोल होगा, कितनी बार कैमरा होगा, इस बात की कोई गारंटी नहीं, जबकि वेब सीरीज में 8 या 10 या 6 एपिसोड तक तो काम करते ही हैं और आपको यह मालूम होता है कि आप इतनी देर तक तो कैमरा के सामने रहने वाले हैं। कई बार फिल्मों में हमें एक या दो इससे ज्यादा करैक्टर के उतार-चढ़ाव दिखाने को नहीं मिलते। जबकि वेब सीरीज में मेरे पास पूरा समय होता है कि मैं अपने ज्यादा से ज्यादा भावों को लोगों के सामने लेकर आऊं। बतौर एक्टर मुझे वेब सीरीज में काम करने में ज्यादा कंफर्ट महसूस होता है।
अगर आपसे पूछे कि किसी रिश्ते में एक्सपायरी डेट ना आए तो क्या काम करना चाहिए।
मेरे हिसाब से किसी भी रिश्ते में एक्सपायरी ना आए उसके लिए बहुत जरूरी है कि एक तो आप बहुत वफादारी बरतें और दूसरा अपनी हर बात को सामने वाले तक पहुंचाएं। आप ईमानदारी से पूरी अपने दिल की बात उस शख्स को बताएं जिसके साथ आप रह रहे हैं और जरूरी नहीं है कि यह रिश्ता मियां- बीवी या गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड वाला हो। यह रिश्ता कोई भी रिश्ता हो सकता है। दोस्ती का भी हो सकता है। भाई बहन का भी हो सकता है। यहां तक कि पड़ोसियों का भी हो सकता है। लेकिन बहुत जरूरी है कि आप जो महसूस कर रहे हो, अच्छा लगे या बुरा लगे उसे सही तरीके से अपने सामने वाले शख्स को जरूर बताएं। अपने दिल की बात उस तक जरूर पहुंचाए और यह बातें अगर होती रही तो कभी भी रिश्ते में एक्सपायरी डेट नहीं आने वाली।
आपको देखकर लगता है कि आप रिलेशनशिप गुरु तो बनी सकती हैं।
(हंसते हुए), हां बिल्कुल हो सकता है। मैं तो मानती हूं कि मैं किसी भी रिश्ते के बारे में बहुत अच्छे से बात कर सकती हूं क्योंकि मेरे लिए रिश्ते बहुत मायने रखते हैं और मैं उन्हें बहुत गहराई से सोचती हूं। यह रिश्ता फिर मेरा किसी के भी साथ हो, मेरी मां के साथ हो, भाई के साथ हो, दोस्त के साथ हो काम करने वालों के साथ हो तो आप बिल्कुल सही कह रही हैं। मैं बहुत अच्छे से रिलेशनशिप गुरु का रोल निभा लूंगी असल जिंदगी में भी।
अगर आपसे यह पूछा कि आपकी इस वेब सीरीज को करने के बाद आप में क्या कोई बदलाव आया, तो क्या कहेंगे आप?
मैं इस वेब सीरीज को करने के बाद शायद बहुत सारी बातों को और संजीदगी के साथ समझने लगी हूं। मुझे ऐसा लगता है कि रिलेशनशिप में हमेशा से दो रास्ते होते हैं। एक होता है थोड़ा सा कठिन और एक होता है जो बिल्कुल सरल दिखता है। इसमें एक रास्ता सही होता है और दूसरा रास्ता गलत हो सकता है आपके पास हमेशा यह चयन करने का समय रहता है कि आप कौन सा रास्ता अख्तियार करते हैं। बेहतर है कि समय रहते आप सही वाला रास्ता क्यों नहीं?