फिल्म 'मंकी किंग' के विशेषाधिकार से चमका आईड्रैगन एप का सितारा
लॉकडाउन में आपस में मिलना-जुलना, फिल्में देखने सिनेमा हॉल में जाना, बाजार या पार्क जाना और किसी भी तरह की मौज मस्ती पर प्रतिबंध लग गया है। घरों में बंद लोगों के लिए मनोरंजन का एकमात्र साधन ओटीटी प्लेटफॉर्म मंच ही रह गया है। अलग-अलग ओटीटी प्लेटफॉर्म पर लोग फिल्में, वेब सीरीज, सीरियल इत्यादि देखकर अपना मनोरंजन करते हैं और मन बहलाते हैं।
आईड्रैगन एप एक वीडियो ऑन डिमांड एप है जिसका लॉकडाउन के शुरू में ही जन्म हुआ था और उसी दौरान वह वयस्क भी हो गया। इसके लॉन्च के तीन महीने के अंदर ही इस एप ने तीन मिलियन (30 लाख) सब्सक्राइबर बना लिए और इसके 1.3 बिलियन लोगों तक पहुंच हो गई। अंग्रेजी व अन्य भाषाओं में इस एक के 60 मिलियन से भी ज्यादा यूनिक उपभोक्ता हैं।
आईड्रैगन एप के फाउंडर सुरेंद्र सिंह ने कहा, 'द मंकी किंग' के माध्यम से हमने बाकी के सभी सुपर हीरो से बड़ा ब्रैंड बना लिया है। द मंकी किंग ने टेलीविजन व अन्य ऑनलाइन माध्यमों में हॉलीवुड या मार्वल के बाकी के सुपर हीरो से भारत में कहीं बड़ा बेहतर प्रदर्शन किया है। आईड्रैगन एप पर ये सबसे बड़ा ब्रैंड है। हम बाकी के ओटीटी मंच से बहुत अलग हैं क्योंकि अन्य सब एप बॉलीवुड की फिल्मों और प्रोग्राम से भरे पड़े हैं।
उन्होंने कहा, हम लोग हर तरह का एशियाई जैसे कि ताईवान, कोरिया, जापान जैसे देशों से मनोरंजक फिल्में दिखाते हैं। बल्कि अगर यह कहें कि पूर्वी एशिया की 90% फिल्मों के वीडियो ऑन डिमांड के अधिकार हमारे पास हैं तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। ऐसी फ़िल्मों का भारत में बहुत ही ज्यादा क्रेज़ है। आगे चल कर हम भारतीय फिल्म वगैरह भी दिखाएंगे पर आज हम एशियन फिल्मों का जिस तरह से भारतीयकरण कर के 11 अलग-अलग भारतीय भाषाओं में दिखा रहे हैं, उसने एक नया मार्केट ही खोल दिया है।
आईड्रैगन एप पर उनकी कुछ फिल्मों के नाम हैं हॉलीवुड की अवार्ड जीतने वाली फिल्में द टाइगर, द किंग्स स्पीच, मूमेंटो, फिर एशियाई फिल्में जैसे द मंकी किंग 1 और 2, वुकोंग। उनकी अक्टूबर में आने वाली फिल्मों में एक नाम है सूर्यबली जो 500 करोड़ की लागत से बनी फिल्म है और उसका स्केल बाहुबली 1 और 2 के बराबर का है। उसके बाद है मंकी किंग 3 जिसके भारत में ही 300 मिलियन से भी ज्यादा फॉलोवर हैं और जिसका बहुत ही बेसब्री से इंतजार हो रहा है।