फिल्म लुका छिपी के प्रमोशनल इंटरव्यू के दौरान सोनू के टीटू की स्वीटी और प्यार का पंचनामा की सफलता की चमक कार्तिक आर्यन के चेहरे पर नजर आ रही थी। इसके पहले की सवाल-जवाब का सिलसिला शुरू हो पाता एक शख्स कार्तिक के पास अपनी पत्नी से वीडियो चैट करने की गुज़ारिश ले कर आ गया और कार्तिक ने भी अपनी इस फैन का दिल रखते हुए बात कर ली।
कुछ इसी तरह से कार्तिक अपने फैन के प्यार और नई-नई सफलता की चमक अपने चेहरे पर लिए घूम रहे हैं। कार्तिक आने वाली फिल्म लुका छिपी के लिए वेबदुनिया संवाददाता रूना आशीष से बात कर रहे हैं। वे सोनू के टीटू की स्वीटी का नाम लेते समय अभी भी कई बार लड़खड़ा जाते हैं।
कार्तिक कहते हैं “कई बार जब मैं नाम लेने में लड़खड़ा जाता हूं तो फिल्म को सोनू ही कह देता हूं। बुरा लगता है कि मैं कैसे सिर्फ अपने कैरेक्टर का नाम ही ले रहा हूं, लेकिन उस फिल्म के हिट हो जाने से मुझे अपने ऊपर कोई प्रेशर नहीं लग रहा है कि पिछली फिल्म हिट है तो ये हिट होगी या नहीं। मैं नर्वस तो नहीं, लेकिन एक्साइटेड हूं। लुका छुपी के ट्रेलर को लोग पसंद कर रहे हैं। देखना ये है कि फिल्म पसंद करते हैं या नहीं।
बचपन में आपने लुका छुपी वाला खेल खेला है?
मैं बचपन में बहुत खेलता था। मैं ग्वालियर से हूं, तो हम सब अपनी कॉलोनी में बहुत खेलते थे। मैं तो इस खेल में बदमाशी भी कर लेता था। जैसे, 100 तक की गिनती पूरी नहीं की और लोगों को ढूंढना शुरू कर दिया या बीच में से ही आखें खोल कर देख लेना कि कोई कहां छुपा है। 'धप्पा' जैसे शब्दों का भी खूब इस्तेमाल किया है।
क्या इस बार भी आप प्यार को कोसते नज़र आने वाले हैं?
नहीं, इस बार थोड़ा लग होने वाला है। मैं इस फिल्म में गुड्डू शुक्ला का किरदार निभा रहा हूं जो एक जर्नलिस्ट है। वह एक लोकल न्यूज़ चैनल में काम करता है जिसका नाम है मथुरा लाइव। पहले लुका छुपी का नाम भी मथुरा लाइव ही था। तो, गुड्डू तमाम खबरें इसी चैनल पर चलाता है। अभी तक मैंने जो रोल्स किए हैं वो बड़े ही अर्बन मेंटालिटी या अर्बन लुक वाले थे, लेकिन इस रोल में मैं एक छोटे शहर का लड़का बना हूं। ये गुड्डू बहुत ही सीधा-सादा बंदा है। वह भावुक है। हर बार अपनी आवाज़ उठाता है, लेकिन सही बातों के लिए। और ये आदत उसे भारी पड़ जाती है। वह अच्छा औऱ सही करने के चक्कर में एक के बाद एक परेशानियों में घिर जाता है। इसे देख कर आप लोगों क हंसी आती रहेगी। .
आप फिल्म में पत्रकार बने हैं। आपका कोई फेवरेट पत्रकार है?
कोई फेवरेट तो नहीं है, लेकिन मुझे अच्छा लगता है कि सारे जर्नलिस्ट्स को सब बातें मालूम होती हैं। अगर मैं फिल्म जर्नलिस्ट की ही बात करूं तो उन्हें हर शख्स के बारे में ये पता होता है कि उसकी अगली या पिछली फिल्में कौन-सी थी। इनके आगे-पीछे क्या चल रहा है।
आपकी जितनी भी फिल्में रिलीज हुई हैं उनको देख लगता है कि आपको प्यार से कोई परेशानी है?
हां, अब देखिए ना मैंने प्यार के बारे में इतना उल्टा सीधा कह दिया कि इस फिल्म में मेरी शादी ही नहीं हो रही है। मैं कितनी कोशिश कर रहा हूं। अब इस फिल्म में तो मैं बहुत सीधा भी हूं और शादी भी करना चाहता हूं। मैं तो लिव इन के लिए भी तैयार हूं और शादी की बात करने भी पहुंच जाता हूं, लेकिन फिर भी शादी या लिव इन नहीं हो रहा है। सीरियसली मेरे जितने भी कैरेक्टर रहे हैं रज्जो, गोगी या सोनू उन सब में मुझे सोनू का रोल थोड़ा पेचीदा लगा है। सोनू थोड़ा बदमाश भी था और थोड़ा ग्रे भी हो जाता है। वह अपने दोस्त को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हो जाता है। जब मैं वो रोल भी कर रहा थ तो मुझे लग लगा था कि लोगों को ये ना लगे कि कोई हीरो ऐसा कैसे कर रहा है? उस कैरेक्टर की ये ही तो बात है जो मुझे पसंद आती है। आगे चल कर मैं एक ऐसी ही किसी थ्रिलर फिल्म में काम करना चाहूंगा।