मंगलवार, 21 जनवरी 2025
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ट्वीटबाजों को रास नहीं आया पद्मावती का नाम बदलना

ट्वीटबाजों को रास नहीं आया पद्मावती का नाम बदलना - Padmavati, Padmavat, Tweet
लम्बे समय से चले आ रहे विरोध के बाद सेंसर बोर्ड ने आखिर फिल्म पद्मावती को हरी झंडी दे ही दी। ये बात अलग है कि फिल्म का नाम बदल कर पद्मावत करने के लिए कह दिया गया, साथ ही फिल्म में 26 जगह कैंची भी चलाई गई। पद्मावती मामले में इतने हंगामे होने के बाद विरोध की वजह से ही सही, पर लोगों को इस फिल्म से लगाव हो गया है। इसी का नतीजा है कि नाम बदल कर पद्मावत करने की बात सुनकर फिल्म के समर्थकों ने ट्विटर पर गुस्सा निकालना शुरू कर दिया। 
 
ट्वीटबाजों ने गुस्सा निकालने के लिए भी मजेदार तरीका चुना है। इस मामले में लोगों के ऐसे ट्वीट आ रहे हैं जिन्हें पढ़कर कुछ देर के लिए आप भी मुस्कुरा उठेंगे। आइए पढ़ते हैं ऐसे ही कुछ ट्वीट्स। 
 
फिल्म के नाम में से अंग्रेजी लेटर 'I' हटाया गया है। हमारे देश में और कुछ हो या न हो पर 'आई' (मैं) एक बड़ी समस्या है, सभी को सिर्फ अपनी ही पड़ी है।
 
ये बात भी खूब रही। गौरतलब है कि सेंसर बोर्ड के द्वारा फिल्म की समीक्षा के कुछ इतिहासकारों को बुलाया गया था। ऐसे में रोहित शेट्टी की फिल्मों की समीक्षा भौतिकी के जानकारों से ही करवानी पड़ेगी। 
 
 
लोगों ने तो फिल्म का नया पोस्टर भी बना डाला। फैंस हों तो ऐसे। 
 
 
इनका कहना भी सही है, पद्मावती में से 'ई' हटाने के विरोध में करणी सेना में से भी 'ई' हटाकर करण सेना कर दिया जाए। 
 
सेंसर बोर्ड के द्वारा फिल्म समीक्षा के लिए 'राजघराने' के लोगों को भी बुलाया गया था। यह बात सुनकर इन महाशय ने सरदार वल्लभ भाई पटेल से माफ़ी मांगी है, ज्ञात हो कि सरदार पटेल की कड़ी मेहनत के बाद ही भारत में राजघरानों की जगह लोकतंत्र आ पाया था। ऐसा लगता है जैसे सरदार पटेल पूरी तरह से सफल नहीं हो पाए थे। 
 
 
अंत में एक सच्चाई भी जान लेते हैं। फिल्म का नाम भले ही बदल कर पद्मावत रख दिया जाए, लोग इसे हमेशा पद्मावती के नाम से ही याद रखेंगे। 
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