अमिताभ बच्चन को आखिर यह काम करने की जरूरत क्या थी?
अमिताभ बच्चन के पास भरपूर पैसा है। कई मान-सम्मान हासिल हैं। कई हिट फिल्में उनके खाते में दर्ज हैं। काम के मामले में अभी भी पूछ-परख है। उनको कुछ भी साबित करने की अब जरूरत नहीं है। ऐसे में पान मसाले का विज्ञापन करने की उन्हें क्या जरूरत आन पड़ी। क्या वे पान मसाले की दुष्प्रभाव नहीं जानते? क्या ये वह यह बात भी नहीं जानते कि भारत में फिल्म स्टार्स का युवाओं पर क्या असर पड़ता है? अमिताभ को देख पान मसाला न जाने कितने लोग खाएंगे और इसका उनके स्वास्थ्य पर कितना खराब असर होगा? क्या वे अपनी पर्सनल लाइफ में पान मसाला खाते हैं?
इस विज्ञापन से अमिताभ का जुड़ना उनके कई प्रशंसकों को भी नाराज कर गया। सोशल मीडिया पर उनसे सवाल पूछा गया कि आखिर इसकी क्या जरूरत थी? अमिताभ ने जवाब दिया- किसी भी व्यवसाय में यदि किसी का भला हो रहा है, तो ये नहीं सोचना चाहिए कि हम उसके साथ क्यों जुड़ रहे हैं। हां यदि व्यवसाय है तो उसमें हमें भी अपने व्यवसाय के बारे में सोचना पड़ता है। अब आपको ये लग रहा है कि मुझे ये नहीं करना चाहिए था, लेकिन इसको करने से, हां मुझे भी धनराशि मिलती है।
पैसों के लिए अमिताभ ने यह विज्ञापन करना मंजूर कर लिया। यानी पैसों के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। शाहरुख खान, अजय देवगन, सलमान खान, टाइगर श्रॉफ सभी पान मसाला का विज्ञापन कर रहे हैं। लेकिन इनसे अमिताभ की छवि बहुत अलग है। वे सौम्य, शिष्ट और विद्वान माने जाते हैं। इसलिए उनके द्वारा किया गया यह विज्ञापन अखर रहा है।
वर्षों पहले शम्मी कपूर ने भी पान मसाला का विज्ञापन किया था। भाई राज कपूर बेहद नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि पैसों की जरूरत थी तो मुझसे बोल देते, यह करने की जरूरत क्या थी। उस दौर में फिल्म अभिनेता अपने फैंस के प्रति अपनी जवाबदारी को समझते थे। दिलीप कुमार ने न के बराबर विज्ञापन किए। उन्हें भी कई ऑफर्स मिलते थे।
सबसे अहम बात तो यह है कि पान मसाले वाले कितना धन कूट रहे हैं। बड़े-बड़े सितारों को वे अपने पैसों के लालच में उलझा देते हैं। यह लालच इतना बड़ा होता है कि बिग हो या स्माल, सभी पैसों की खनक में बहरे हो जाते हैं। टीवी और अखबारों में खूब विज्ञापन दिखाए जाते हैं। जो विज्ञापन पर इतना पैसा फूंक रहा है वो कितना कमा रहा होगा सोचा जा सकता है।