गुरुवार, 28 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. सामयिक
  2. बीबीसी हिंदी
  3. बीबीसी समाचार
  4. Penalties on masturbation in texas usa
Written By
Last Modified: सोमवार, 20 मार्च 2017 (13:26 IST)

हस्तमैथुन करने पर 100 डॉलर जुर्माना!

हस्तमैथुन करने पर 100 डॉलर जुर्माना! - Penalties on masturbation in texas usa
अमेरिका में टेक्सस के एक डेमोक्रेट सांसद ने हस्तमैथुन करने वाले पुरुषों पर 100 डॉलर जुर्माना लगाने का प्रस्ताव रखा है। जेसिका फर्रार एक डेमोक्रेट सांसद हैं जो इस प्रस्ताव पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अजन्मे बच्चों की सुरक्षा हर तरफ से होनी चाहिए।
जेसिका ने इस बिल में कहा है कि अगर कोई आदमी स्त्री योनि से बाहर स्पर्म निकालता है तो यह अजन्मे बच्चे के खिलाफ कदम है। जेसिका फर्रार 'पुरुषों को जानने का अधिकार' कैंपेन के तहत बता रही हैं कि महिलाओं को कुछ खास हेल्थकेयर कानूनों के नाम पर परेशान किया जाता है लेकिन पुरुषों के लिए ऐसा कोई कानून नहीं है। इसमें उन्होंने खासकर गर्भपात का जिक्र किया है।
 
जेसिका फर्रार ने कहा, ''नसबंदी या वियाग्रा के लिए कोई पर्चा मिलने से पहले एक अवधि तक इंतजार करना अनिवार्य है। इसी तरह मेडिकल के हिसाब से गैरजरूरी डिजिटल रेक्टल जांच के लिए भी इंतजार करना होता है।''
 
अजन्मे बच्चे के खिलाफ : उनका कहना है कि हेल्थ केयर पाबंदियों के कारण अमेरिका की महिलाओं को परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्होंने कामुकता का वर्गीकरण करते हुए बताया कि योनि के बाहर शुक्राणु निकालना अजन्मे बच्चे के खिलाफ कार्रवाई है। उन्होंने कहा कि यह जीवन की पवित्रता बनाए रखने में खुद की नाकामी की तरह है।
 
फर्रार ने कहा, ''कइयों को यह बिल मज़ाक लग रहा है। टेक्सस में जो महिलाएं हर दिन सामना कर रही हैं वह कोई मजाक नहीं है। यहां के सांसदों ने महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को काफी मुश्किल बना दिया है।''
 
टेक्सस के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स पर रिपब्लिकंस का नियंत्रण है। इस राज्य में गर्भपात को लेकर कड़े क़ानून हैं। यहां रूढ़िवादी ईसाई परंपराओं के मुताबिक़ गर्भपात क़ानून को बनाया गया है।
 
साल 2011 से गर्भपात से 24 घंटे पहले महिलाओं को एक कठिन अल्ट्रासाउंड से गुजरना पड़ता है। इसमें महिलाओं को कम से कम दो बार हॉस्पिटल का चक्कर लगाना पड़ता है। इसी वजह से फर्रार ग़ुस्से में हैं।
 
फर्रार ने कहा, ''जब एक महिला ट्रांस-वजाइनल अल्ट्रासाउंड से गुजरती है तो उसके लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का ख्याल नहीं रखा जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में उसके दिमाग़ को बदलने में सरकार का कानून दोषी है।''
ये भी पढ़ें
योगी आदित्यनाथ और हिंदू युवा वाहिनी