विभिन्न धर्मों में मां का अस्तित्व
फ़िरदौस ख़ान | मंगलवार,मई 14,2024
दुनिया के सभी मज़हबों में मां को बहुत अहमियत दी गई है, क्योंकि मां के दम से ही तो हमारा वजूद है. ख़ुदा ने जब कायनात की ...
Holi 2024 : होलिया में उड़े रे गुलाल...
फ़िरदौस ख़ान | शुक्रवार,मार्च 22,2024
Holi history : होली का सबसे पहला काम झंडा लगाना है। यह झंडा उस जगह लगाया जाता है, जहां होलिका दहन होना होता है। मर्द और ...
रमज़ान का महीना बड़ा बरकतों का है
फ़िरदौस ख़ान | गुरुवार,मार्च 21,2024
रमज़ान का महीना शुरू हो चुका है। इसे इबादत, रहमत और निजात का महीना कहा जाता है। यह इस्लामी साल का नौवां महीना होता है। ...
फ़िरदौस ख़ान ने लिखा फ़हम अल क़ुरआन
फ़िरदौस ख़ान | सोमवार,मार्च 18,2024
'लफ़्ज़ों के जज़ीरे की शहज़ादी' के नाम से प्रसिद्ध फ़िरदौस ख़ान ने 'फ़हम अल क़ुरआन' लिखा हैं। इस्लाम के मुताबिक़ क़ुरआन आसमानी ...
विश्व रेडियो दिवस 13 फ़रवरी पर विशेष : आज भी बरक़रार है रेडियो का जलवा
फ़िरदौस ख़ान | सोमवार,फ़रवरी 13,2023
पहले रेडियो का इस्तेमाल सिर्फ़ नौसेना ही किया करती थी, बाक़ी लोगों के लिए इसका इस्तेमाल करने पर सख़्त पाबंदी थी। साल 1918 ...
विश्व मधुमेह दिवस 14 नवंबर पर विशेष : मधुमेह का बढ़ता खतरा
फ़िरदौस ख़ान | सोमवार,नवंबर 14,2022
दुनियाभर में मधुमेह का खतरा लगातार बढ़ रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक़ इस समय दुनियाभर में 24 करोड़ 60 लाख लोग ...
पुण्यतिथि विशेष : एक बेहतरीन अभिनेता थे संजीव कुमार
फ़िरदौस ख़ान | शुक्रवार,नवंबर 4,2022
फिल्म अभिनेता संजीव कुमार का जन्म 9 जुलाई, 1938 को मुंबई में हुआ था। उनका असली नाम हरिभाई जरीवाला था। उन्हें बचपन से ...
जननेता थे कॉमरेड सुरेश भट्ट
फ़िरदौस ख़ान | शुक्रवार,अक्टूबर 28,2022
Freedom Fighters of India : कॉमरेड सुरेश भट्ट में बचपन से ही देशभक्ति की भावना कूट-कूटकर भरी हुई थी। वह अन्याय बर्दाश्त ...
जब मशहूर गीतकार मजरूह सुल्तानपुरी को 2 साल जेल में गुजारना पड़े
फ़िरदौस ख़ान | शुक्रवार,सितम्बर 30,2022
उन्होंने शायरी को महज़ मुहब्बत के जज़्बे तक ही महदूद न रखकर उसमें ज़िन्दगी की जद्दोजहद को शामिल किया। ज़िन्दगी को एक आम ...
1 अक्टूबर अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस : जिन्दगी की सांझ में बुजुर्गों का सहारा बनें
फ़िरदौस ख़ान | गुरुवार,सितम्बर 29,2022
मां-बाप बड़े लाड़-प्यार से बच्चों की परवरिश करते हैं। उन्हें अच्छे से अच्छा खिलाने-पिलाने की कोशिश करते हैं। खुद पुराने ...