• Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. ज्योतिष
  3. राशियाँ
  4. shani asta 2025 effect of saturn set in aquarius
Last Modified: शनिवार, 15 फ़रवरी 2025 (15:18 IST)

कुंभ राशि में अस्त हो रहे हैं शनि, इन 5 राशि वाले जातकों की बढ़ेंगी मुश्किलें

न्याय के देवता शनि कुंभ राशि में होने जा रहे हैं अस्त्: इन 5 राशि वालों की बढ़ेगी परेशानियां

कुंभ राशि में अस्त हो रहे हैं शनि, इन 5 राशि वाले जातकों की बढ़ेंगी मुश्किलें - shani asta 2025 effect of saturn set in aquarius
Saturn Set 2025: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनि को कर्मफल दाता तथा न्याय का कारक ग्रह माना जाता है। ग्रहों में शनि को न्यायाधीश की संज्ञा प्राप्त है। वर्तमान समय में शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में गोचर कर रहे हैं। कुंभ राशि पर सूर्य के प्रवेश तथा प्रभाव के कारण शनि ग्रह 27 फरवरी 2025 को अस्त होंगे, जिसका प्रभाव देश दुनिया तथा 5 राशियों पर विशेष रूप से पड़ेगा। शनि के अस्त होने से इन 5 राशियों वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती है तथा धन हानि का योग भी बनेगा। शनि अस्त होने से कुंभ राशि पर अपनी कमजोरी अवस्था में रहेंगे तथा सूर्य शनि की युति के कारण कई राशि वाले लोगों को परेशानी तथा दुखों का सामना करना पड़ सकता है।ALSO READ: सूर्य की शत्रु ग्रह शनि से युति के चलते 4 राशियों को मिलेगा फायदा
 
1. मेष राशि: मेष राशि वालों के लिए शनि का गोचर एकादश भाव में रहेगा तथा एकादश भाव में शनि के अस्त होने से व्यक्ति के पराक्रम में कमी आएगी तथा धन हानि का योग भी बनेगा। शनि के अस्त के प्रभाव से मेष राशि वालों के स्वास्थ्य में भी परेशानी आ सकती है अतः यह लोग हनुमान चालीसा का पाठ नित्य करें, जिससे शनि का प्रभाव कम होगा।
 
2. मिथुन राशि: मिथुन राशि वालों के लिए शनि के अस्त होने से भाग्य की हानि होगी तथा इन लोगों को भाग्य का साथ नहीं मिलेगा। शनि के अस्त होने से व्यक्ति के भाई-बहनों से पारिवारिक विवाद हो सकते हैं तथा मानसिक अशांति तथा तनाव का भी सामना करना पड़ सकता है। शनि के अस्त होने से फिजूल खर्ची बढ़ेगी अतः इसके प्रभाव से बचने के लिए शिव जी के जल चढ़ाएं।
 
3. सिंह राशि: सिंह राशि वालों के लिए शनि का गोचर सप्तम भाव में हो रहा है। शनि के अस्त होने से इनका अपने जीवनसाथी से तनाव बढ़ेगा तथा शादीशुदा जीवन में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखें। कार्य क्षेत्र में भी रुकावट आ सकती है, इसके प्रभाव को कम करने के लिए हनुमान चालीसा के नित्य 11 पाठ करें।ALSO READ: मीन राशि पर सूर्य, शनि, राहु की युति: क्या देश दुनिया के लिए खतरे का है संकेत?
 
4. मकर राशि: मकर राशि वालों के लिए शनि का गोचर द्वितीय भाव में है। शनि के अस्त होने से इनके जीवन में आर्थिक परेशानियां तथा कुटुंब के लोगों से विवाद हो सकता है। मकर राशि वालों को अपनी वाणी की वजह से धन हानि हो सकती है। शनि के प्रभाव से मकर राशि वाले लोगों का स्वास्थ्य भी प्रभावित रहेगा। मकर राशि वाले लोग शनि के प्रभाव को कम करने के लिए हर शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करें।
 
5. कुंभ राशि: कुंभ राशि वालों के लिए शनि का गोचर लग्न भाव में होगा। लग्न में शनि के अस्त होने से मानसिक अशांति बढ़ेगी, स्वास्थ्य में परेशानी हो सकती है तथा जीवनसाथी के साथ में व्यर्थ का विवाद होगा। शनि की दृष्टि दशम भाव पर होने की वजह से कार्यक्षेत्र में भी रुकावट आ सकती है अथवा कार्य क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। इस राशि के लोग शनि के प्रभाव को कम करने के लिए मंगलवार का उपवास करें तथा हनुमान जी के हर मंगलवार को चोला चढ़ाएं। ALSO READ: शनि का मीन राशि में गोचर: क्या होगा देश दुनिया एवं 12 राशियों पर प्रभाव