दूर करनी हैं सफलता की बाधाएं, अवश्य आजमाएं इन्हें..
लाख प्रयास करने पर भी सफलता नहीं मिल रही है तो आपको इन रत्नों को अपनाना होगा।
यदि प्रशासनिक, राजनीति, उच्च प्रशासनिक, धर्म, न्यायाधीश के क्षेत्र में असफल होते हैं तो पुखराज आपको उपरोक्त क्षेत्रों में सफलता दिलाएगा। पुखराज रत्न देवों के गुरु बृहस्पति का रत्न है। इसे पहनने से गुरु बलवान होता है।
माणिक्य रत्न सूर्य का रत्न है। इसे पहनने से साहस बल में वृद्धि होती है, वहीं प्रशासनिक क्षेत्र में पकड़ अच्छी बनती है। इनको मजबूती प्रदान करने हेतु माणिक्य पहनें। इस रत्न को पहनने से सूर्य का तेज मिलता है।
उत्साह, साहस, उग्रता, किसी कार्य में सफल होने के लिए, राजनीति में सफलता का कारक, पुलिस व सेना में सफलता हेतु, जमीन-जायदाद के मामलों में मूंगा पहना जाता है। मूंगा मंगल का रत्न है।
व्यापार में असफलता, परीक्षा या शिक्षा के क्षेत्र में बाधा, सेल्समैनी के क्षेत्र में रुकावट आदि में परेशानी अनुभव करते हैं तो पन्ना पहनना चहिए। पन्ना बुध का रत्न है। इन चारों रत्नों को अलग-अलग धारण कर सभी समस्याओं का समाधान पाया जा सकता है।
पुखराज चांदी में गुरुवार को शुभ मुहूर्त में बनवाकर पहनें फिर माणिक्य रविवार को बनवाकर शुभ चौघडिया में ही पहनें। मूंगा रत्न को मंगलवार को लाभ में बनवाकर लाभ चौघडिया में पहनें, वहीं पन्ना बुधवार को शुभ मुहूर्त में बनवाकर शुभ में ही पहनें।
इस प्रकार चारों रत्नों को पहनने से लाभ अवश्य होगा।