सावन में 50 साल बाद अत्यंत शुभ संयोग, जानें 4 सोमवार का फल...
* रोजगार में सफलता और उन्नति देंगे सावन के अद्भुत योग
जय शंकर! भगवान शिव की भक्ति का सबसे पावन और सिद्ध माह सावन आरंभ हो गया है। इस बार सावन कई अद्भुत योग लेकर आया है। माना जा रहा है कि इस बार 50 वर्ष बाद सावन में ऐसा योग बन रहा है जिसमें रोजगार में तरक्की, आय में वृद्धि ज्ञान और कृषि के क्षेत्र में उन्नति की संभावनाएं प्रबल हैं।
यह माह न केवल शिवभक्तों बल्कि संपूर्ण भारत के लिए शुभ साबित होने वाला है। इस माह की 20 तारीख को सावन का आगमन प्रतिपदा तिथि और उत्तरा आषाढ़ा नक्षत्र में हुआ है।
इस माह में कुछ विशेष दिनों में बीमारियों से छुटकारा दिलाने वाले जैसे कई ग्रह परिवर्तन भी हो रहे हैं। सावन में 20 जुलाई से 18 अगस्त तक कई ग्रह एक स्थान पर रहेंगे और सावन के चारों सोमवारों को व्रत और पूजन करने की खास विधि से यदि पूजन-स्मरण किया जाए तो अवश्य लाभ होगा।
सावन का पहला सोमवार 25 जुलाई को है और यह धृति योग में आएगा। शास्त्रों के अनुसार इस दिन शिव की अराधना करने पर जीवन में सभी बाधाएं खत्म होती हैं।
सावन का दूसरा सोमवार :
सावन का दूसरा सोमवार 1 अगस्त को वज्र योग में पड़ेगा। शास्त्रों के अनुसार इस योग में शिव स्तुति करने से आत्मबल बढ़ता है और शारिरिक शक्ति मिलती है जिससे स्वास्थ्य ठीक रहता है।
सावन का तीसरा सोमवार 8 अगस्त को साद्य योग में आएगा। शास्त्रों के अनुसार इस दिन शिव की पूजा करने से कठिन से कठिन काम भी पूर्ण होते हैं।
सावन का चौथा सोमवार :
सावन का चौथा सोमवार 15 अगस्त को आयुष्मान योग में आएगा। शास्त्रों के अनुसार इस दिन शिव की आराधना करने वाले जातकों की आयु में वृद्धि होती है।