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डरना जरूरी है इस चंद्रग्रहण से, 6 माह तक असर रहेगा इस ग्रहण का, सेना, नेता और उद्योगपति रहें सावधान

डरना जरूरी है इस चंद्रग्रहण से, 6 माह तक असर रहेगा इस ग्रहण का, सेना, नेता और उद्योगपति रहें सावधान - chandra Grahan 2018
डरना जरूरी है इस चंद्रग्रहण से, 6 माह तक असर रहेगा इस ग्रहण का, सेना, नेता और उद्योगपति रहें सावधान  
 
 
27 जुलाई का दिन बहुत सावधानी वाला है। इस दिन लगने वाला चंद्रग्रहण 4 राशियों के लिए अत्यंत घातक सिद्ध होगा। आइए उससे पहले जानें चंद्र ग्रहण के बारे में विस्तार से ... 
 
चंद्रग्रहण 2018 : इस माह सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण 27 जुलाई 2018 को है। जिसका असर देश में छह माह तक रहेगा। 27 जुलाई को सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण 2018 है, जो तीन घंटे 55 मिनट का होगा। इस ग्रहण का असर देश में लगभग छह माह बने रहने का अनुमान लगाया जा रहा है।
 
कहां कहां दिखाई देगा चंद्रग्रहण 2018
 
विक्रम संवत 2075 आषाढ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा शुक्रवार 27-28 जुलाई को श्रावण नक्षत्र एवं मकर राशि पर खग्रास चंदग्रहण 2018 घटित होगा। यह ग्रहण भारत के अलावा म्यांमार, चीन, नेपाल, भूटान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, मालदीप, कजाकिस्तान, श्रीलंका, कोरिया, रूस, बांग्लादेश में भी दिखायी देगा। ग्रहण का स्पर्श काल 23 बजकर 54 मिनट से ग्रहण मध्य 28 जुलाई को रात्रि 1.52 मिनट ग्रहण मोक्ष 3 बजकर 49 मिनट पर होगा।
 
किस के लिए शुभ, किस के लिए अशुभ
 
यह चंद्रग्रहण सेनानायक, मंत्री, धर्मनेता, कथावाचक, कर्मकांडी, पंडित, उद्योगपति, मत्स्य उद्योग, जड़ी-बूटी का व्यवसाय करने वाले वैद्य, पंसारी, होम्योपैथी फिजीशियन के लिए बिलकुल भी दर्शन योग्य नहीं है।
यह ग्रहण मेष, सिंह, वृश्चिक, मीन राशि के जातकों के लिए शुभ,

मिथुन, तुला, मकर, कुंभ राशि वाले जातको के लिए अशुभ,

वृषभ, कर्क, कन्या, धनु राशि के जातको के लिए सामान्य फलदायक रहेगा।

ग्रहण सूतक शाम 3 बजे से मान्य होगा। 
 
ग्रहण के समय भोजन और शयन नहीं करना चाहिए। ग्रहण के एक प्रहर पूर्व रोगी, वृद्ध, बच्चों को भी भोजन नहीं करना चाहिए। ग्रहण के पूर्व पश्चात दोनों समय स्नान करना चाहिए। ग्रहण का प्रभाव पूरे भारत वर्ष पर पड़ेगा। जिसके चलते जन-धन की हानि होने, प्राकृतिक आपदा की आशंका भी रहेगी। कहीं वर्षा के कारण तबाही तो कही अकाल पड़ेगा।