शुक्रवार, 15 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. ज्योतिष
  3. ज्योतिष आलेख
  4. 4 june 2024 election results astro prediction
Written By WD Feature Desk
Last Updated : शुक्रवार, 24 मई 2024 (16:25 IST)

Astro prediction: 4 जून 2024 को किस पार्टी का भाग्य चमकेगा, क्या बंद है EVM में

Narendra Modi Lok sabha election
Narendra modi kundli chart: 7 चरणों में हुई लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन और एनडीए ने खूब जोर लगाया अपनी सीटों को बढ़ाने के लिए और अब 4 जून 2024 मंगलवार के दिन लोकसभा चुनाव का परिणाम घोषित होगा। विपक्ष दावा कर रहा है कि इस पार इंडिया की सरकार बनेगी जबकि सत्तापक्ष दावा कर रहा है कि इस बार 400 पार यानी 400 से ज्यादा सीटें मिलेगी। लेकिन इन दावों के बीच क्या कहता है ज्योतिष का आकलन जानें।
 
  • लोकसभा सीटें : कुल 543 सीटें  
  • बहुमत के लिए चाहिए : कुल 272 सीटें 
  • एनडीए का दावा : 400 सीटें एनडीए की  
  • इंडिया गठबंधन का दावा : 300 सीटें पर होगी विजय
 
ज्योतिष आकलन क्या कहता है?
 
4 जून को आकाश में मेष राशि का उदय होगा। जिसके स्वामी मंगल है। बुध गुरु, शुक्र और सूर्य वृषभ राशि में रहेंगे। मेष में मंगल और चंद्र की युति रहेगी और कुंभ में शनि, मीन में राहु एवं कन्या में केतु विराजमान रहेंगे। इस दिन मंगल का जोर रहेगा। यानी जिसकी राशि में मंगल स्ट्रॉंग रहेगा वही बाजी मारेगा। हिंदू नववर्ष का 2081 का राजा मंगल है गृहमंत्री शनि और कृषि मंत्री गुरु है।
 
  • भारतीय जनता पार्टी को 290 से 307 सीटें मिलने की संभावना एनडीए को कुल 325 से 355 सीटें मिल सकती है। कांग्रेस को 50 से 60 सीटें मिलेगी जबकि इंडिया गठबंधन को 163 से 180 तक सीटें मिल सकती है।
  • अधिकतर ज्योतिषियों का मानना है कि भाजपा को 322 के आसपास सीटें मिलेगी।
राहुल गांधी की कुंडली : राहुल गांधी का जन्म 19 जून, 1970 को हुआ था। राहुल गांधी की उपलब्ध कुंडली के अनुसार उनकी राशि वृश्चिक बताई जा रही है। इसके अनुसार दूसरे भाव में राहु, चौथे भाव में शनि, पांचवें में बुध, छठे में सूर्य और शनि, सातवें भी शुक्र, आठवें में केतु, दशम भाव में गुरु और ग्यारहवें भाव में चंद्र है।
अन्य ज्योतिष सिद्धांत के अनुसार राहु की महादशा में गुरु की अंतर्दशा चल रही है। गुरु चित्रा नक्षत्र में है। इसके बाद अप्रैल मई 2024 से शनि की अंतर्दशा शुरू होने वाली है। शनि नीच का हो कर सप्तम भाव में है जोकि दिशाबल का योग बनाता है। उपरोक्त ग्रह नक्षत्रों की चाल के चलते वे सत्ता के बहुत करीब रहेंगे या संपूर्ण विपक्ष को उनके ऊपर निर्भर रहना होगा। समाज के निचले तबके से वह जुड़ने में कामयाब होंगे और सत्ता पक्ष को परेशानी में डाल सकते हैं।
east champaran
नरेंद्र मोदी की कुंडली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म मेहसाणा जिला के वडनगर ग्राम में 17 सितंबर 1950 को दोपहर 12:09 बजे हुआ था। इंटरनेट से प्राप्त जन्म समय के अनुसार पीएम मोदी की जन्म कुंडली वृश्चिक लग्न की है और उनकी राशि भी वृश्चिक है। सूर्य राशि कन्या और पाश्चात्य राशि भी कन्या है। वृश्चिक लग्न कुंडली के लग्न में मंगल और चंद्र बैठे हैं। मंगल और चंद्र की युति को महालक्ष्मी योग कहते हैं। इसी के साथ ही लग्नेश मंगल केंद्र में स्वराशिस्थ होकर 'रूचक' नामक पंच महापुरुष राजयोग बना है। जन्म कुंडली में लग्नेश मंगल नवमेश चंद्रमा के साथ स्थित हैं इसलिए जैसे ही पीएम मोदी की कुंडली में चन्द्रमा की दशा आरंभ हुई, उसके बाद राजनीति में उनकी ताकत बढ़ती गई। चतुर्थ भाव में गुरु शनि की कुंभ राशि में विराजमान है। चतुर्थ भाव में गुरु उच्च का होता है जो लोगों के बीच जातक को लोकप्रिय बनाता है। पंचम भाव मीन राशि में राहु बैठा है। इसी के कारण मोदी को संतान सुख नहीं मिला। पंचमेश गुरु के अपने ही भाव पंचम से द्वादश चतुर्थ में स्थित होने एवं पंचम भाव में राहु के स्थित होने से उनका विवाह तो हुआ लेकिन संतान सुख का अभाव रहा।
दशम भाव सिंह राशि में शुक्र और शनि की युति है जिसकी दृष्‍टि चतुर्थ भाव पर है। शुक्र शनि की युति अगर दशम भाव में होती है तो ऐसे लोगों के बारे में कहा जाता है कि उनकी जीवनशैली राजाओं के समान होती है। जनता का कारक होकर चतुर्थेश शनि दशम भाव में स्थित है एवं शनि की पूर्ण दृष्टि अपने ही भाव पर है। चतुर्थेश की चतुर्थ भाव पर दृष्टि उन्हें जन-लोकप्रिय नेता बना रही है। एकादश भाव कन्या राशि में केतु, सूर्य और बुध की युति है। सुख और संपत्ति के भाव एकादश में सूर्य बुध की युति से बुधादित्य योग का निर्माण हो रहा है। 
 
मोदी की कुंडली में चन्द्र नीच राशिस्थ होकर मंगल के साथ युति कारक होने एवं चन्द्र की उच्च राशि के स्वामी शुक्र के चन्द्र से दशमस्थ होने से उनकी जन्म पत्रिका में 'नीचभंग राजयोग' बन रहा है। वर्तमान में पीएम मोदी की कुंडली में मंगल की महादशा चल रह है जो 29 नवम्बर 2021 से प्रारंभ होकर 29 नवम्बर 2028 तक रहेगी। यानी वर्ष 2028 तक उन्हें कोई हटा नहीं सकता। मंगल की महादशा में मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना तय है। 
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
ये भी पढ़ें
Mandir puja samay : मंदिर में यदि इस समय की पूजा तो नहीं मिलेगा फल