मंगलवार, 4 फ़रवरी 2025
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. विश्व कप क्रिकेट 2015
  3. समाचार
  4. World cup 2015, Rules change, Mahendra Singh Dhoni
Written By
Last Modified: शुक्रवार, 27 मार्च 2015 (15:44 IST)

मैं चाहता हूं मौजूदा नियमों में बदलाव हो : धोनी

मैं चाहता हूं मौजूदा नियमों में बदलाव हो : धोनी - World cup 2015, Rules change, Mahendra Singh Dhoni
मेलबर्न। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के 4 क्षेत्ररक्षकों के नियम के धुर आलोचक रहे भारतीय कप्तान  महेंद्र सिंह धोनी का मानना है कि मौजूदा नियमों में बदलाव होना चाहिए, क्योंकि यह बल्लेबाजों के  पक्ष में हैं।
तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की गैरमौजूदगी में गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप  सेमीफाइनल में हार के दौरान धोनी को संघर्ष करते देखा गया, जब उनके 5वें गेंदबाज बाएं हाथ के  स्पिनर रवीन्द्र जडेजा रनों पर अंकुश लगाने में नाकाम रहे।
 
धोनी बार-बार स्पष्ट करते आए हैं कि 30 गज के दायरे के बाहर 4 से अधिक क्षेत्ररक्षकों को खड़ा  नहीं करने के नियम से भारतीय गेंदबाजी प्रभावित हुई है।
 
भारतीय कप्तान ने कहा कि यह मेरा निजी नजरिया है, मैं चाहता हूं कि इसमें बदलाव हो। क्रिकेट के  इतिहास में हमने वनडे मैचों में दोहरा शतक नहीं देखा और अब 3 साल में 3 दोहरे शतक (असल  में 6) बन गए हैं।
 
भारत की ओर से अब तक 4 दोहरे शतक बने हैं जिसमें रोहित शर्मा ने 2 जबकि सचिन तेंदुलकर  और वीरेंद्र सहवाग ने 1-1 दोहरा शतक बनाया है। इसके अलावा वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और  न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल ने भी 1-1 दोहरा शतक जड़ा है।
 
धोनी ने आईसीसी के इस नियम पर निशाना साधते हुए कहा कि कई लोग कह सकते हैं कि  अतिरिक्त क्षेत्ररक्षक के अंदर आने से अधिक खाली गेंदें फेंकी जा रही हैं। अगर ऐसा है तो क्षेत्ररक्षकों  को बाहर रखने के विकल्प की जगह आप सभी 11 को घेरे के अंदर रख सकते हो जिससे कि और  अधिक खाली गेंद हों।
 
अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले धोनी नहीं चाहते कि वनडे क्रिकेट चौकों और  छक्कों का खेल बन जाए, क्योंकि इससे यह ‘उबाऊ’ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें देखना होगा।  50 ओवर के मैच को ट्वेंटी-20 की तरह नहीं बनाइए, क्योंकि बहुत सारे छक्के और चौके भी इसे  काफी उबाऊ बना देंगे।
 
भारतीय कप्तान ने कहा कि वनडे क्रिकेट का मुख्य आकर्षण यह है कि आप 15वें ओवर से लगभग  35वें ओवर तक कैसे खेलते हो, क्योंकि पहले 10 और अंत के 10 ट्वेंटी-20 की तरह ही हैं।
 
उन्होंने कहा कि वनडे क्रिकेट की असली परीक्षा यह है कि आप बीच के ओवरों में कैसे बल्लेबाजी  करते हो। (भाषा)