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Last Updated :मेलबर्न , रविवार, 29 मार्च 2015 (18:03 IST)

माइकल क्लार्क ने ह्यूज को समर्पित किया विश्व कप

माइकल क्लार्क ने ह्यूज को समर्पित किया विश्व कप - Michael Clarke
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने आज अपनी टीम की विश्व कप जीत फिलीप ह्यूज को समर्पित की जिनकी पिछले साल नवंबर में मैदान पर बाउंसर लगने के बाद मौत हो गई थी। क्लार्क ने कहा कि दिवंगत ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर और छोटे भाई ह्यूज को पूरे टूर्नामेंट में टीम का हिस्सा माना गया।
उन्होंने फाइनल मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में कहा, पिछले कुछ महीने काफी कठिन रहे और सभी 15 खिलाड़ी कहेंगे कि हमने यह विश्व कप 16 खिलाड़ियों के साथ खेला। यह रात हमारे छोटे भाई को समर्पित है। ह्यूज की पिछले साल नवंबर में सिडनी क्रिकेट ग्रांउड पर शेफील्ड शील्ड मैच के दौरान बाउंसर लगने के बाद मौत हो गई थी।
 
क्लार्क ने कहा, ह्यूज जरूर जश्न में डूब जाता, हम सभी की तरह। आज हम पार्टी करेंगे और एक ड्रिंक हमारे छोटे भाई के लिए रखा है। उन्होंने यह भी कहा कि वह पीएच लिखा काला आर्मबैंड पहनते रहेंगे। उन्होंने कहा, इस आर्मबैंड पर पीएच लिखा है और जब भी मैं ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलूंगा, इसे पहनूंगा। 
 
उन्होंने विश्व कप में शानदार प्रदर्शन के लिए न्यूजीलैंड टीम की तारीफ की। उन्होंने कहा, न्यूजीलैंड और ब्रेंडन मैकुलम बधाई के पात्र हैं। न्यूजीलैंड को हराना हमेशा कठिन होता है, चाहे वह कोई भी खेल हो। बाज (ब्रेंडन मैकुलम) और उनकी टीम की तारीफ करनी होगी। 
 
क्लार्क ने सहयोगी स्टाफ और ऑस्ट्रेलियाई  क्रिकेटप्रेमियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, हर ऑस्ट्रेलियाई और हमारा समर्थन करने वाले क्रिकेटप्रेमी को धन्यवाद। इस जीत का श्रेय सहयोगी स्टाफ को भी है। हम मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह तैयार थे और इसका श्रेय उनको जाता है। 
 
न्यूजीलैंड के कप्तान ब्रेंडन मैकुलम ने कहा कि उनकी टीम ने बेहतरीन क्रिकेट खेला लेकिन फाइनल में ऑस्ट्रेलियाकी मजबूत टीम से हार गए।
 
उन्होंने कहा ‘हमने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन खेल दिखाया लेकिन फाइनल में सामना बेहतरीन ऑस्ट्रेलियाई टीम से था जो नित नए मानदंड कायम करती है। माइकल क्लार्क ने खिताब के साथ विदा ली, वे जीत के हकदार थे। 
 
मैकुलम ने कहा, ‘हमने खिताब नहीं जीता लेकिन कोई खेद नहीं है। हमने जिस तरह की क्रिकेट खेली, हम गर्व से सिर ऊंचा करके लौटेंगे। यह हमारे जीवन का सबसे अनमोल पल है और हमने पूरे मनोयोग से खेला। हमें अपने प्रदर्शन पर गर्व है। (भाषा)