सपा और कांग्रेस की मांग, DA पर लगाई पाबंदी का फैसला वापस ले योगी सरकार
लखनऊ। कोरोना महामारी से जूझ रही उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों के डीए पर पाबंदी लगाने के फैसले को लेकर अब राजनीति गरमा गई है। सभी अन्य दल उत्तरप्रदेश में योगी सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे हैं जिसके चलते शनिवार को ट्विटर के माध्यम से बयान जारी करते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तरप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि जल्द से जल्द डीए पर लगाई पाबंदी का फैसला प्रदेश सरकार वापस ले।
बताते चलें कि योगी सरकार पर ट्विटर के माध्यम से हमला बोलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि सरकारी सेवकों के डीए पर पाबंदी का फैसला सरकार तुरंत वापस ले। एक तरफ बिना अवकाश लिए अधिकारी-कर्मचारी लोग अपनी जान पर खेलकर सामान्य दिनों से कई गुना काम कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ सरकार उन्हें हतोत्साहित कर रही है। पेंशन पर निर्भर रहने वाले बुजुर्गों के लिए तो यह और भी घातक निर्णय है।
तो वहीं कांग्रेस पार्टी से विधायक व उत्तरप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ट्विटर के माध्यम से योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि ऐसे दौर में जब कर्मचारी दिन-रात आम लोगों की जिंदगी में बिना छुट्टी लिए अपनी सेवाएं दे रहे हैं, वहां कर्मचारियों के डीए पर पाबंदी निराशाजनक है। इसमें सबसे ज्यादा कठिनाई बुगुर्ग पेंशनधारियों के लिए है। केंद्र सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को रोके और कर्मचारियों के डीए पाबंदी को वापस ले।
इसके बाद से सरकारी कर्मचारियों के डीए पाबंदी के मुद्दे को लेकर दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ता भी सरकार का विरोध कर रहे हैं।