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Last Updated : शनिवार, 29 जनवरी 2022 (01:07 IST)

अखिलेश-जयंत की प्रेस वार्ता में चले थप्पड़, हाथापाई में होटल के शीशे टूटे

अखिलेश-जयंत की प्रेस वार्ता में चले थप्पड़, हाथापाई में होटल के शीशे टूटे - Uproar in the press conference of Akhilesh Yadav-Jayant Chaudhary
मेरठ। अखिलेश-जयंत की प्रेस कॉन्‍फ्रेंस मेरठ के गॉडविन होकल में शुक्रवार को दिन में होनी थी, लेकिन दिल्ली से अखिलेश यादव का हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहा था, जिसके लिए अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि भाजपा डर गई है और उनको रोका जा रहा है। लगभग दो घंटे की देरी से उनका हेलीकॉप्टर उड़ा।

देरी से पहुंचने के कारण उनके नेता और समर्थक मिलने के लिए आतुर दिखे, उन्होंने अखिलेश को चारों तरफ से घेर लिया। प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में समर्थकों का उत्पात भी खूब देखने को मिला। समर्थकों के उत्पात को रोकने के लिए एनएसजी कमांडोज ने कार्यकर्ताओं को थप्पड़ भी रसीद कर दिए। यही नहीं हाथापाई में होटल के शीशे भी टूट गए।

अमित शाह कर रहे हैं जाट नेताओं के बहाने किसानों को साधने की कोशिश : मेरठ में रालोद मुखिया जयंत चौधरी और अखिलेश यादव ने संयुक्त प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की। वार्ता के दौरान मुखर होकर जयंत ने कहा कि भाजपा की राजनीतिक जमीन खिसक गई है। किसानों ने भाजपा को उनकी जगह दिखा दी है, वह घबरा गए हैं। जिसके कारण जाट नेताओं से मुलाकात के बहाने अमित शाह किसानों को साधने की कोशिश कर रहे हैं।

इस बयान पर कि उन्होंने कहा कि था वो चवन्नी नहीं हैं जो पलट जाएंगे, जयंत ने कहा कि मैं पलट नहीं सकता। वह ईमानदार बयान था मेरा। उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव में किसान, नौजवान और विकास मुद्दा ही जीत की राह दिखाएगा।

सपा मुखिया अखिलेश यादव और रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने प्रेस वार्ता के दौरान भाजपा को जमकर कोसा।दोनों युवा नेताओं के निशाने पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ रहे। अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री के उस बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सीएम ने कहा था कि चोरों को चांदनी रात अच्छी नहीं लगती, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपना काम और उपलब्धि नहीं बतानी है।

अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री जो चांदनी रात बोल रहे हैं एक भी बिजली का कारखाना लगाया हो तो बता दें। सपा अध्यक्ष अखिलेश ने कहा कि यूपी में बिजली का सुधार सबसे ज्यादा समाजवादियों ने किया है। जाटों के साथ अमित शाह की मुलाकात पर भी अखिलेश यादव ने प्रहार करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी में बेचैनी है, क्योंकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने भाजपा के खिड़की-दरवाज़े बंद कर दिए हैं।

इसीलिए अमित शाह ने जाटों को मनाने के लिए दिल्ली में वार्ता की थी। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि भाजपा के विधायक और नेता दौड़ाए जा रहे हैं। अखिलेश इतने पर ही नही रूके, उन्होंने कहा कि इनके विधायक सांसद कूटे जा रहे हैं।

अखिलेश बोले कि इनके पूर्व मुख्‍यमंत्री को जनता के बीच में जाकर अपमानित होना पड़ रहा है, इसीलिए वह यूपी के बाहर दिल्ली में कार्यक्रम कर रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जयंत को लेकर कहा है कि उन्होंने ग़लत घर चुन लिया है। इसका जवाब अखिलेश ने देते हुए कहा कि जयंत ने भाजपा के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दरवाज़े बंद कर दिए हैं, जिससे भाजपा परेशान है।

सपा-रालोद गठबंधन में टिकट को लेकर छिड़े युद्ध पर अखिलेश बोले कि जब टिकट मांगने वाले ज्यादा हों तो विरोध होना संभव है। लेकिन अब किसी के बीच में कोई मनमुटाव नहीं है, सब ठीक है। अखिलेश-जयंत की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा के पूर्व विधायक गोपाल काली भी पहुंचे। गोपाल काली भाजपा से नाराज हैं, क्योंकि पार्टी ने उन्हें हस्तिनापुर सीट से टिकट नहीं दिया। पूर्व विधायक गोपाल काली को पुलिस ने होटल में चल रही प्रेस वार्ता में नहीं जाने दिया। सपा जिलाध्यक्ष ने उन्हें होटल में आने की मंजूरी नहीं दी। इस दौरान सपा कार्यकर्ता और पुलिस के बीच धक्कामुक्की भी हुई है।

अखिलेश और जयंत ने मुजफ्फरनगर में भी संयुक्त रूप से मंच साझा किया, मीडिया से वार्ता की। उसके बाद रथ में सवार होकर रोड शो निकाला। भाजपा को अपनी ताकत का अंदाजा करवाने के लिए सपा-रालोद कार्यकर्ताओं ने पूरी ताकत झोंक दी। जगह-जगह सड़कों पर युवा नेताओं को देखने के लिए भीड़ लग गई, घंटों जाम रहा। दोनों को दोपहर 3.30 पर मीडिया से बात करनी थी, लेकिन दिल्ली से अखिलेश का हेलीकॉप्टर देरी से उड़ने के कारण वे रात में मेरठ पहुंचे।
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