मंगलवार, 5 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. अन्य खेल
  3. समाचार
  4. Yuki Bhambri India
Written By
Last Modified: रविवार, 31 दिसंबर 2017 (22:58 IST)

भारतीय युवाओं के पास बड़े मंच पर चमकने का मौका

भारतीय युवाओं के पास बड़े मंच पर चमकने का मौका - Yuki Bhambri India
पुणे। युकी भांबरी की अगुआई में भारत के युवा खिलाड़ियों के पास सोमवार से यहां शुरू हो रहे पहले टाटा ओपन महाराष्ट्र टेनिस टूर्नामेंट में हालात का फायदा उठाकर नए सत्र की शानदार शुरुआत करने का मौका होगा जबकि विंबलडन के फाइनल में जगह बनाने वाले दुनिया के छठे नंबर के खिलाड़ी मारिन सिलिच प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेंगे।

घरेलू खिलाड़ियों की राह आसान नहीं होगी, लेकिन युकी और रामकुमार रामनाथन ने 2017 में शीर्ष खिलाड़ियों के खिलाफ प्रभावी प्रदर्शन किया जिससे उनके यहां अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जगी है। इन दोनों सीनियर खिलाड़ियों के अलावा सुमित नागल भी वित्तीय कारणों से चेन्नई से यहां स्थानांतरित हुए इस टूर्नामेंट के एकल वर्ग के मुख्य ड्रॉ में जगह बनाने में सफल रहे।

उन्होंने क्वालीफाइंग राउंड के जरिए मुख्य ड्रॉ में जगह बनाई। युगल में घरेलू खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है जहां मेजबान देश की चार जोड़ियां होंगी। अक्टूबर 2015 से बालेवाड़ी खेल परिसर में कोई मैच नहीं गंवाने वाले युकी को पहले दौर में स्थानीय खिलाड़ी अर्जुन काधे का सामना करना है जो ओकलाहोमा विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद इसी साल पेशेवर सर्किट में लौटे हैं और उनकी रैंकिंग 600 से भी नीचे है।

मौजूदा फार्म को देखते हुए युकी के कम से कम क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने की उम्मीद की जा रही है और अर्जुन को हराने के बाद उन्हें दुनिया के 81वें नंबर के खिलाड़ी फ्रांस के पियरे ह्यूज हर्बर्ट का सामना करना पड़ सकता है।

अंताल्या ओपन में दुनिया के आठवें नंबर के खिलाड़ी डोमीनिक थिएम को हराने वाले रामकुमार को पहले दौर में स्पेन के दुनिया के 108वें नंबर के खिलाड़ी करबालेस बेइना का सामना करना है। पहले दौर की बाधा पार करने पर रामकुमार का सामना सिलिच से होगा और यह भारतीय खिलाड़ी के पास देश के सबसे बड़े टेनिस टूर्नामेंट में अपनी छाप छोड़ने का मौका होगा।

नागल ने स्पेन के एड्रियन मेनेंडेज मसेइरास को अंतिम क्वालीफाइंग राउंड में 6-2, 3-6, 6-4 से हराकर मुख्य ड्रॉ में जगह बनाई। प्रजनेश गुणेश्वरन को हालांकि ब्राजील के शीर्ष वरीय थियागो मोंटेइरो के खिलाफ 5-7, 5-7 से शिकस्त का सामना करना पड़ा जिससे वे मुख्य ड्रॉ में जगह बनाने में विफल रहे।

पिछले साल चेन्नई ओपन के दूसरे सत्र में शिकस्त झेलने वाले सिलिच का सत्र का अंत काफी खराब रहा और वे लंदन में सत्रांत एटीपी टूर फाइनल्स में अपने तीनों मैच हार गए। क्रोएशिया के सिलिच टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे गत चैंपियन रोबर्टो बतिस्ता आगुत सहित लगभग सभी खिलाड़ियों को हरा चुके हैं और सेमीफाइनल से पहले उन्हें कड़ी टक्कर मिलने की संभावना काफी कम है। (भाषा)
ये भी पढ़ें
कैंसर से जूझ रही अपनी मां को जीत समर्पित करेंगे प्रवीण राणा