साइना नेहवाल सेमीफाइनल में, बैडमिंटन में पदक पक्का
जकार्ता। भारत की चोटी की शटलर साइना नेहवाल ने रविवार को यहां 18वें एशियाई खेलों की बैडमिंटन प्रतियोगिता के महिला एकल सेमीफाइनल में पहुंचकर अपने लिए पदक पक्का किया।
साइना ने क्वार्टर फाइनल में विश्व में पांचवें नंबर की थाई खिलाड़ी रतचानोक इंतानोन से पहले गेम के शुरू में पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करके 21-18, 21-16 से जीत दर्ज की। यह मैच 42 मिनट तक चला।
यह एशियाई खेलों में महिला एकल में भारत का पहला पदक है। सैयद मोदी एशियाई खेलों में पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। उन्होंने 1982 में पुरूष एकल में कांस्य पदक जीता था।
साइना ने हाल में विश्व चैंपियनशिप और इंडोनेशियाई मास्टर्स में रतचानोक को हराया था। उन्होंने दोनों खिलाड़ियों के बीच पिछले पांच से में चार मैचों में जीत के बेहतर रिकार्ड के साथ मैच में कदम रखा था।
साइना सेमीफाइनल में विश्व की नंबर एक ताइ जु यिंग से भिड़ेगी जिन्होंने एक अन्य क्वार्टर फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा को 21-15, 21-10 से हराया।
विश्व में तीसरे नंबर की पी वी सिंधू भी अंतिम आठ में थाईलैंड की एक अन्य खिलाडी जिंदापोल नितचाओन से भिड़ेगी जो विश्व में 12वें नंबर पर काबिज हैं।
साइना अच्छी फार्म में होने के बावजूद शुरुआती गलतियों के कारण एक समय 1-5 और फिर से 3-8 से पीछे थी। भारतीय खिलाड़ी के पास आक्रामक होकर खेलने के अलावा कोई विकल्प नहीं था लेकिन इसके बावजूद ब्रेक तक स्कोर 3-11 हो गया।
साइना के बैकहैंड पर रतचानोक ने ड्राप शॉट का अच्छा उपयोग किया, लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने अच्छी वापसी की तथा अपने रिटर्न और करारे शॉट से जल्द ही स्कोर 15-17 करने में सफल रही। रतचानोक ने शॉट नेट पर मारा जिससे स्कोर 18-18 से बराबर हो गया।
थाई खिलाड़ी का बैकहैंड रिटर्न लाइन के बाहर जाने से साइना ने पहला गेम प्वाइंट हासिल किया और फिर तुरंत ही यह गेम अपने नाम भी कर दिया।
साइना दूसरे गेम में शुरू से ही हावी हो गयी थीं और उन्होंने रतचानोक को किसी भी समय मौका नहीं दिया। थाई खिलाड़ी ने भले ही कुछ विनर्स जमाये लेकिन साइना का खेल पर नियंत्रण बना रहा।
भारतीय खिलाड़ी ने 16-12 से बढ़त बनायी और रतचानोक के बैकहैंड बाहर मार देने से मैच पूरी तरह से उनके पक्ष में हो गया। साइना ने अगले अंक पर मैच अपने नाम कर लिया। (भाषा)