चूहे मारने की दवा लेने वाले खिलाड़ी से छिना पदक
रियो डि जेनेरियो। रियो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता भारोत्तोलक किर्गिस्तान के इज्जत अर्तीकोव के डोप टेस्ट में फेल होने के बाद उनसे उनका पदक वापस ले लिया गया है।
22 वर्षीय इज्जत ने पुरुषों के 69 किग्रा भारोत्तोलन वर्ग में कांस्य पदक जीता था। खेल पंचाट (कैस) ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि इज्जत को चूहे मारने की दवा में उपयोग होने वाले पदार्थ स्ट्रीशनाइन लेने का दोषी पाया गया है। यह एक ऐसा पदार्थ होता है, जो आमतौर पर कीटनाशकों को मारने के लिए प्रयोग किया जाता है और विश्व डोपिंगरोधी एजेंसी (वाडा) ने इस पर प्रतिबंध लगा रखा है।
19वीं और 20वीं शताब्दी में एथलीट अपने प्रदर्शन में सुधार करने के लिए स्ट्रीशाइन का अधिक प्रयोग करते थे। वर्ष 1904 के सेंट लुईस ओलंपिक में थॉमस हिक्स ने मैराथन जीतने के बाद इसी पदार्थ को धन्यवाद दिया था। खबरों के अनुसार टूर डी फ्रांस के समय साइक्लिस्ट इसका ज्यादा प्रयोग करते हैं। (वार्ता)