नई दिल्ली। पीवी सिंधू ने आज यहां स्पेन की आठवीं वरीय बीटरिज कोरालेस को कड़े मुकाबले में हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाने के बाद स्वीकार किया कि उन्होंने क्वार्टर फाइनल में काफी सहज गलतियां की और अगर फाइनल में जगह बनानी है तो कल बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
दुनिया की चौथे नंबर और यहां शीर्ष वरीयता प्राप्त सिंधू ने दुनिया की 36वें नंबर की खिलाड़ी कोरालेस को कड़े मुकाबले में 54 मिनट में 21-12, 19-21, 21-11 से हराकर अंतिम चार में जगह बनाई जहां उनका सामना तीसरी वरीय थाईलैंड की रतचानोक इंतानोन से होगा।
इंतानोन ने क्वार्टर फाइनल में हांगकांग की यिप पुई यिन को 21-11, 21-11 से हराया। इंतानोन के खिलाफ सिंधू का रिकॉर्ड खराब है और थाईलैंड की इस खिलाड़ी के खिलाफ वह छह मैचों में से दो ही जीत पाई हैं। दूसरे गेम में 19-20 के स्कोर पर कोरालेस का शॉट नेट से टकराकर सिंधू के पाले के गिर गया और भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि अगर भाग्य ने साथ दिया होता तो शायद वह दो गेम में ही मैच खत्म कर देती।
सिंधू ने कहा, मैंने दूसरे गेम में काफी गलतियां की। 19-20 के स्कोर पर भाग्य ने उसका साथ दिया और उसका शॉट नेट से टकराकर मेरे पाले में गिर गया। अगर ऐसा नहीं होता तो शायद स्कोर 20-20 होता है और मैं वहीं मैच खत्म कर सकती थी।
उन्होंने कहा, मुझे लंबी रैली में थोड़ी परेशानी हो रही थी जिसका उसने फायदा उठाया। कुल मिलाकर हालांकि मुकाबला अच्छा रहा और अब मुझे कल बेहतर प्रदर्शन करना होगा। इंतानोन के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले के संदर्भ में सिंधू ने कहा, वह काफी कड़ी खिलाड़ी है। उसके पास काफी शॉट और वैरिएशन है। वह आसान प्रतिद्वंद्वी नहीं होगी। मुझे उसके खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
उन्होंने कहा, पिछली बार मैं उससे हांगकांग में खेली थी जो काफी कड़ा मुकाबला था। यह सीधे गेम में खत्म हुआ था लेकिन काफी करीबी रहा था। मुझे कल अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा और गलतियों पर अंकुश लगाना होगा। पुरुष एकल में हालांकि भारत की चुनौती समाप्त हो गई।
आठवें वरीय साई प्रणीत को तीसरे वरीय चीनी ताइपे के चाउ टिएन चेन के खिलाफ 15-21, 13-21 से हार का सामना करना पड़ा जबकि कश्यप को चीन के कियाओ बिन ने 21-16 21-18 से हराकर बाहर रास्ता दिखाया। समीर भी इसके बाद मलेशिया के क्वालीफायर इस्कंदर जुल्करनैन के खिलाफ 21-17, 21-14 की हार के साथ प्रतियोगिता से बाहर हो गए।
कश्यप ने कियाओ के खिलाफ दो मैचों में दूसरी बार के बाद कहा, मुझे लंबी रैली को नियंत्रित करने में परेशानी हो रही थी। रैलियां लंबी हो रही थी जो शारीरिक रूप से काफी थकाने वाला था। उन्होंने कहा, मेरे पास दूसरे गेम में मौका था लेकिन मेरे पास अच्छे शॉट और वैरिएशन नहीं था। वह मेरे शॉट को आसानी से समझ रहा था और वापस कर रहा था। वह काफी अच्छा खेल रहा था और उसका डिफेंस भी मजबूत था। मुझे मूव करने में भी थोड़ी परेशानी हो रही थी।
कश्यप की तरह ही टिएन चेन के खिलाफ चार मैचों में चौथी हार का सामना करने वाले प्रणीत ने कहा, मैं धैर्य के साथ नहीं खेल पाया। मैं रैली में अच्छा खेल रहा था लेकिन वह अचानक से गति में परिवर्तन कर देता था जिससे मुझे काफी परेशानी हुई। लेकिन शायद अगर मैं अधिक धैर्य के साथ खेलता को नतीजा कुछ और होता।’ (भाषा)