शुक्रवार, 27 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. अन्य खेल
  3. समाचार
  4. Kobe bryant success story
Written By
Last Updated : सोमवार, 27 जनवरी 2020 (12:29 IST)

कभी हार न मानने के जज्बे ने कोबे ब्रायंट को बनाया दिग्गज

कभी हार न मानने के जज्बे ने कोबे ब्रायंट को बनाया दिग्गज - Kobe bryant success story
वॉशिंगटन। कभी हार न मानने के जज्बे, कड़ी प्रतिस्पर्धा और सटीकता के कारण कोबे ब्रायंट एनबीए के दिग्गज बने और वे अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए जिसने नेशनल बास्केटबॉल लीग की नई पीढ़ी और दुनियाभर के प्रशंसकों को प्रेरित किया।
ब्रायंट की रविवार को 41 साल की उम्र में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई। वे लॉस एंजिल्स लेकर्स के साथ 20 साल तक जुड़े रहे और इस दौरान उनकी टीम ने 5 एनबीए खिताब जीते। कोबे बीन ब्रायंट पूर्व एनबीए खिलाड़ी जो 'जेलीबीन' ब्रायंट के बेटे थे। उनका 23 अगस्त 1978 को फिलाडेल्फिया में जन्म हुआ था।
 
ब्रायंट ने शाकिल ओ नील के साथ मिलकर लेकर्स को 2000, 2001 और 2002 में खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। इस तरह से वे 23 साल की उम्र में 3 खिताब जीतने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे।
 
इसके बाद ओ नील ने ब्रायंट के साथ झगड़े के कारण लेकर्स को छोड़ दिया। इससे ब्रायंट का खेल भी प्रभावित हुआ और इसके बाद स्पेन के पाउ गैसोल के आने तक उनकी टीम कोई खिताब नहीं जीत पाई। ब्रायंट की अगुवाई में लेकर्स ने 2009 और 2010 में खिताब जीते। बाद में उनकी ओ नील से सुलह हो गई थी।
 
ब्रायंट की अगुवाई में अमेरिका की ओलंपिक टीम ने 2008 बीजिंग ओलंपिक और 2012 लंदन ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीते थे। इससे वे वैश्विक हस्ती बन गए थे।
 
उन्होंने कई शानदार प्रदर्शन किए लेकिन 22 जनवरी 2006 को टोरंटो रैप्टर्स के खिलाफ उनके प्रदर्शन को कोई नहीं भुला सकता, जब उन्होंने 81 अंक बनाए। उनसे अधिक अंक केवल विल्ट चैंबरलेन (100 अंक) ने 1962 में बनाए थे। यही नहीं, 2016 में 37 साल की उम्र में उन्होंने एनबीए के अपने अंतिम मैच में भी उटाह के खिलाफ 60 अंक बनाए थे।
 
ब्रायंट ने कहा था कि मैं इस खेल की हर चीज को पसंद करता हूं। मेरे लिए यह जीवन का हिस्सा नहीं है, यह जीवन है और यह मेरा एक हिस्सा है। अपने चमकदार करियर में ब्रायंट ने कुल 33,643 अंक बनाए। उन्हें 18 बार एनबीए ऑल स्टार चुना गया। ब्रायंट को 2008 में एनबीए का सबसे उपयोगी खिलाड़ी चुना गया था।
 
संन्यास लेने के बाद ब्रायंट ने बच्चों के लिए पुस्तकें लिखीं। 'डियर बॉस्केटबॉल' फिल्म की स्क्रिप्ट भी उन्होंने ही लिखी थी। इसे पिछले साल एनिमेशन के लिए सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म का अकादमी पुरस्कार मिला था।
ये भी पढ़ें
भारतीय खिलाड़ियों से सीख लेनी चाहिए कि विपरीत परिस्थितियों में कैसे खेला जाए : सीफर्ट