योगेश्वर दत्त ने किया निराश, पहले ही दौर में हारे
रियो डी जेनेरियो। रियो का आज 16वां दिन है और आज ही 31वें ओलंपिक खेलों का समापन भी... भारत की सवा सौ करोड़ जनसंख्या की आंखें पहलवान योगेश्वर दत्त पर टिकीं थीं लेकिन पहले ही दौरे में उन्हें मंगोलिया के मन्दाखनारन गैंजोरिग के हाथों हार का सामना पड़ा। मुकाबले से जुड़ी हर जानकारी...
* योगेश्वर दत्त अपने पहले ही मुकाबले में हारे।
* मंगोलियन पहलवान ने फिर लिए दो अंक, 3-0 से पिछड़े योगेश्वर दत्त।
* पहले तीन मिनट के खेल में योगेश्वर 1-0 से पीछे।
* योगेश्वर दत्त 30 सेकंड में नहीं ले सके पाइंट। विपक्षी खिलाड़ी को मिला पाइंट।
* दोनों पहलवान एक-दूसरे को तोलते हुए। योगेश्वर ने विफल किया विरोधी का दांव।
* योगेश्वर का मन्दाखनारन गैंजोरिग से मुकाबला शुरू।
* योगश्वर दत्त मैदान पर पहुंचे, कुछ ही देर में शुरू होगा मुकाबला।
खेलों के कुंभ कहे जाने वाले ओलंपिक में अब तक भारत दो ही पदक जीता है और योगेश्वर चाहेंगे कि वे इस संख्या में इजाफा करें। भारत को रजत पदक पीवी सिंधु ने बैडमिंटन में दिलाया जबकि महिला कुश्ती में साक्षी मलिक ने कांस्य पदक जीता है। योगेश्वर दत्त 2012 के लंदन ओलंपिक में कांसे का पदक अपने गले में पहन चुके हैं और चाहेंगे कि इसे गले को दूसरे पदक से सजाएं।
योगेश्वर दत्त ने लंदन ओलंपिक में 60 किलोग्राम में अपना मुकाबला लड़ा था लेकिन इस बार रियो ओलंपिक में वे 65 किलोग्राम में उतर रहे हैं। सामने है मंगोलियन पहलवान लेकिन भारतीय पहलवान का हौसला आसमान को छू रहा है। पूरा देश आज ठीक उसी तरह दुआ कर रहा है, जैसी दुआ के लिए पीवी सिंधु के लिए हाथ उठे थे।
दो ओलिंपिक खेलों में पदक जीतने वाले सुशील कुमार ने भी अपनी शुमभकामनाएं सोशल मीडिया पर जाहिर की है। सुशील कुमार ने ट्वीट कर कहा है कि 'मैं योगेश्वर को शुभकामनाएं देता हूं। पूरा देश तुम्हारे लिए प्रार्थना कर रहा है।' सुशील के साथ साथ देश का पहलवान जगत और खेलप्रेमी घड़ी की सुईयों को टकटकी लगाए देख रहे हैं और इंतजार कर रहे हैं कि आखिर वह घड़ी कब आएगी, जब भारत का शूरवीर योगेश्वर मैट पर उतरेगा और करिश्माई प्रदर्शन करेगा।
रियो ओलंपिक में भारत के लिए कांसे का तमगा जीतने वाली साक्षी मलिक भी पूरे जोश में हैं और कहती हैं कि हमारे पहलवानजी जरूर गोल्ड मैडल लेकर आएंगे। यूं देखा जाए तो देश की दुआएं और प्रार्थनाएं अपनी जगह और योगेश्वर की मेहनत और उनका रिकॉर्ड अपनी जगह।
योगेश्वर की क्षमता को लेकर बिलकुल भी चिंता नहीं है लेकिन उनकी फिटनेस को लेकर जरूर चिंता है। पिछले साल उनकी तीन सर्जरी हुई और रियो जाने से पहले भी उनके चोटिल होने की खबरें आईं लेकिन उनके साथ मौजूद लोगों का मानना है कि वह पूरी तरह फिट हैं और इस बार वह गेल्ड मेडल ही लेकर आएंगे।