रायपुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में 4 महीने बाद विधानसभा के चुनाव हैं। चुनाव से पहले पार्टी की गुटबाजी खत्म करने के लिए कांग्रेस (Congress) ने बड़ा कदम उठाया है। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से ठीक पहले स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (TS Singh Deo) को उप मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है।
टीएस सिंहदेव पद को लेकर बीच में नाराज भी चल रहे थे। छत्तीसगढ़ में हमेशा ढाई-ढाई साल वाले फॉमूले की चर्चा होते रहती है। पार्टी नेतृत्व सीएम भूपेश बघेल के साथ लगातार उनके रिश्ते सामान्य करने की कोशिश में जुटी रही है।
कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने बुधवार को छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर पार्टी की रणनीति और चुनावी तैयारियों पर चर्चा और साथ ही एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राज्य के मंत्री टीएस सिंह देव को उप मुख्यमंत्री बनाए जाने का ऐलान किया। प्रदेश में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
कांग्रेस मुख्यालय में हुई इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने की।
देर रात यहां जारी पार्टी के एक बयान के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने छत्तीसगढ़ में सिंह देव को उपमुख्यमंत्री नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
राज्य में 2018 में पार्टी के सत्ता में आने के बाद से ही सिंह देव और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सत्ता की लड़ाई में एक दूसरे के आमने सामने रहे हैं।
सिंह देव ने इससे पूर्व दावा किया था कि पार्टी नेतृत्व ने वादा किया है कि वे और बघेल बारी बारी से सत्ता संभालेंगे लेकिन बघेल ने इस दावे को खारिज कर दिया ।
मुख्यमंत्री पद से बघेल को अपदस्थ करने के सिंह देव द्वारा किए जा रहे अपने प्रयासों में तेजी लाए जाने के बाद बघेल ने कुछ महीने पहले अपने समर्थक विधायकों की पार्टी नेतृत्व के समक्ष परेड भी कराई थी।
इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति पर चर्चा करने के लिए दोनों नेता राष्ट्रीय राजधानी में हैं।
सूत्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ मामलों की प्रभारी और पार्टी महासचिव कुमारी शैलजा ने सिंह देव को उप मुख्यमंत्री नियुक्त किए जाने के लिए एक प्रस्ताव भेजा था जिसे पार्टी प्रमुख खरगे ने मंजूरी दे दी।
रणनीतिक बैठक के बाद बघेल और सिंह देव ने खरगे से उनके आवास पर जाकर भी मुलाकात की।
बघेल ने बाद में अपनी और सिंह देव की एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया कि हम तैयार हैं। महाराज साहेब को उप मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी के लिए बधाई और शुभकामनाएं। तस्वीर में दोनों मुस्कुराते नजर आ रहे थे।
इससे पहले दिन में बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ के लिए पार्टी की प्रभारी कुमारी शैलजा सहित अन्य नेताओं ने भाग लिया।
पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी के सदस्य मिलकर काम करेंगे और छत्तीसगढ़ के लोगों के जीवन में बदलाव लाते रहेंगे।
खरगे ने एक ट्वीट में कहा कि गढ़बो नवा छत्तीसगढ़, ये हमारे लिए केवल कोई नारा नहीं है, छत्तीसगढ़ की उन्नति व सामाजिक न्याय के लिए एक ध्येय है। छत्तीसगढ़ की जनता और कांग्रेस पार्टी में उनका अटूट विश्वास, विकास की अविरल धारा को आगे बढ़ाता रहेगा।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि बैठक के दौरान कांग्रेस की आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि गांधी ने बैठक में नेताओं से कहा कि वे राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने के साथ ही उन्हें यह भी बतायें कि वह उनके लिए और क्या करने का इरादा रखती है।
सूत्रों ने कहा कि सभी ने एकजुट होकर काम करने पर सहमति व्यक्त की और महसूस किया कि यह एकजुटता कहीं और की तुलना में छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक देखी गई है।
बाद में प्रेस कॉन्फेंस को संबोधित करते हुए कुमारी शैलजा ने कहा कि खरगे ने पार्टी नेताओं से कहा कि संविधान हमारे लिए सर्वोपरि है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के पास धार्मिक मुद्दों के अलावा कोई एजेंडा नहीं है। वे धर्म और जाति के नाम पर नकारात्मक राजनीति करते हैं। लेकिन हमारा एजेंडा काम करना और लोगों को एकजुट करना है और हमारी अपनी विचारधारा है तथा हम उसके अनुसार काम करेंगे।
शैलजा के मुताबिक, गांधी ने समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की जरूरत पर जोर दिया।
शैलजा ने कहा कि गांधी हमेशा लोगों को जोड़ना और प्रेम एवं सद्भाव फैलाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सभी ने एक ही बात कही कि हम साथ मिलकर काम करेंगे। हम साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता चुनाव प्रचार के लिए प्रशिक्षण ले रहे हैं।
एक ओर जहां छत्तीसगढ़ सरकार की उपलब्धियों को पेश किया जाएगा वहीं दूसरी ओर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मार्गदर्शन मांगा जाएगा।
बैठक में कांग्रेस की छत्तीसगढ़ इकाई के प्रमुख मोहन मरकाम और टी एस सिंह देव सहित अन्य मंत्री भी शामिल हुए।
बैठक के बाद बघेल ने ट्वीट किया कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए तैयार है और बैठक में 'नवा छत्तीसगढ़' मॉडल के माध्यम से लोगों के जीवन में लाए जा रहे बदलावों पर चर्चा हुई।
कांग्रेस महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल ने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी छत्तीसगढ़ में सत्ता बरकरार रखेगी।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार ने दोहराये जाने के लिए पूरे देश के सामने एक मॉडल पेश किया है। हमने अगले कदमों के बारे में सार्थक चर्चा की और हमें विश्वास है कि हम राज्य में सत्ता बरकरार रखेंगे।