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Last Modified: शनिवार, 22 जुलाई 2023 (23:33 IST)

महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित यवतमाल में 100 से ज्‍यादा को बचाया, SDRF ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया

महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित यवतमाल में 100 से ज्‍यादा को बचाया, SDRF ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया - Over 100 people rescued from flood-hit Yavatmal in Maharashtra
Maharashtra News : महाराष्ट्र में यवतमाल जिले के महागांव तहसील में बाढ़ के कारण फंसे लगभग 110 लोगों को शनिवार को बचा लिया गया। एसडीआरएफ ने फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और बचाव अभियान समाप्त हो गया।
 
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। जिलाधिकारी अमोल एडगे ने बताया कि राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के अलावा, भारतीय वायुसेना के एक एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर को भी आनंदनगर टांडा गांव में बचाव अभियान के लिए तैनात किया गया था।
 
उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ ने फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और बचाव अभियान समाप्त हो गया। नागपुर से लगभग 150 किलोमीटर दूर इस जिले में शुक्रवार से भारी बारिश हो रही है। इससे पहले महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया था कि वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर बचाव कार्यों के लिए नागपुर से रवाना हुए हैं, लेकिन एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि केवल एक हेलीकॉप्टर को सेवा में लगाया गया है।
 
एडगे ने बताया कि महागांव तहसील में आधी रात से शनिवार सुबह तक 231 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि जिले में 117.5 मिमी बारिश हुई। उन्होंने कहा कि यवतमाल शहर की कुछ सड़कों पर भी पानी भर गया है और प्रभावित इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
 
पूर्वी महाराष्ट्र के एक अन्य जिले बुलढाणा की संग्रामपुर तहसील के कसेरगांव गांव में लगभग 140 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, नागपुर ने शनिवार को विदर्भ के यवतमाल, गढ़चिरौली, अमरावती और वाशिम जिलों में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने और भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। 
 
इरशालवाड़ी गांव में हुए भूस्खलन में मृतकों की संख्या 27 हुई : महाराष्ट्र में रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में भूस्खलन स्थल पर खोज एवं बचाव दलों ने शनिवार को मलबे से पांच और शव निकाले, जिसके बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 27 हो गई। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
 
उन्होंने बताया कि 81 लोग अब भी लापता हैं। अधिकारी ने बताया कि खराब रोशनी और खराब मौसम के कारण खोज एवं बचाव अभियान रोक दिया गया और रविवार सुबह इसके फिर से शुरू होने की संभावना है।
 
अधिकारी ने बताया कि पांच शवों में से चार की पहचान कर ली गई है जबकि एक अन्य की पहचान नहीं हो पाई है। एनडीआरएफ के अधिकारी ने कहा, आज पांच और शव मिलने के साथ ही भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 27 तक पहुंच गई है।
 
इससे पहले एक अधिकारी ने बताया था कि शनिवार को बरामद शवों की पहचान माही मधु तिरकत (32), आशी पांडुरंग (50), भारती मधु भूतबरा (18) और किशन तिरकत(27) के रूप में हुई है। मुंबई से लगभग 80 किलोमीटर दूर तटीय रायगढ़ जिले की खालापुर तहसील में एक पहाड़ी पर स्थित आदिवासी गांव में बुधवार की रात भूस्खलन हुआ।

गांव के 48 में से कम से कम 17 मकान पूरी तरह या आंशिक रूप से मलबे में दब गए। अधिकारियों ने कहा कि इस सुदूर गांव में पक्की सड़क नहीं है, इसलिए मिट्टी की खुदाई करने वाले यंत्रों को वहां आसानी से नहीं ले जाया जा सकता।
Edited By : Chetan Gour (एजेंसियां)
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