हौसले को सलाम, 'अंधेरे' से जूझता एक बिजली कर्मचारी
पिथौरागढ़ पिथौरागढ़ (उत्तराखंड)। ये रौंगटे खड़े कर देने वाली लाइव तस्वीरें किसी सर्कस की नहीं हैं, बल्कि उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद के मुनस्यारी की हैं। जहां लगातार हो रही मूसलधार बारिश और बादलों के फटने से कहर बरपा हुआ है। अब तक पिथौरागढ़ में आई आकाशीय आपदा के चलते 11 लोग लापता हो गए और 6 लोगों की जान जा चुकी है। यही नहीं, पिथौरागढ़ में दर्जनों घर पहाड़ी दरकने और भूस्लखन के चलते जमींदोज हो गए हैं।
इन तस्वीरों को देखकर आपके दिलों की धड़कन बढ़ जाएगी और आप दांतों तले अंगुली चबा लेंगे। इन तस्वीरों में बिजली विभाग का एक संविदा कर्मचारी अपनी जान की परवाह किए बिना आम लोगों तक बिजली पहुंचाने के लिए पानी के तेज बहाव की परवाह किए बिना जान जोखिम में डालकर पोल पर चढ़ा हुआ है और रस्सी के सहारे बिजली के तार खींचकर दूसरे छोर पर ले जा रहा है।
पानी के तेज बहाव की आवाज सुनकर दिल कांपने लगता है, लेकिन यह बिजली कर्मचारी अपने पेट की खातिर सब भूला हुआ है। कई गांवों में बिजली आपूर्ति भी ठप हो चुकी है जिसके लिए यह बिजली संविदा कर्मचारी बिजली की पूर्ति को सुचारु करने के लिए अपना फर्ज निभा रहा है। इस बिजली कर्मचारी के जज्बे को देखकर हम उसे सलाम करते हैं।
यह दूसरी तस्वीर भी पिथौरागढ़ के मुनस्यारी की हैं, जहां पर एक युवक अपनी जान जोखिम में डालकर नदी को पार करता हुआ दिखाई दे रहा है। दरअसल एक मार्ग से दूसरे मार्ग को जोड़ने वाला पुल पानी के उफान के चलते धराशायी हो चुका है। स्थानीय निवासी अपने पेट की खातिर उफनती नदियों को पार करने के लिए मजबूर हैं।
किसी ने सही कहा है कि पेट के लिए इंसान चट्टानों से भी टकरा जाता है। इन तस्वीरों को देखकर ऐसे जीवट के लोगों को सलाम कहते हैं। (भाषा)