• Webdunia Deals
  1. कुंभ मेला
  2. प्रयागराज कुंभ मेला 2025
  3. प्रयागराज कुंभ मेला न्यूज
  4. IIT Baba Abhay Singh get expelled
Written By WD Feature Desk
Last Updated : सोमवार, 20 जनवरी 2025 (14:34 IST)

ITT बाबा अभय सिंह को जूना अखाड़े से निकाले जाने का असली कारण आया सामने, जानिए क्या है पूरी सच्चाई

ITT बाबा अभय सिंह को जूना अखाड़े से निकाले जाने का असली कारण आया सामने, जानिए क्या है पूरी सच्चाई - IIT Baba Abhay Singh get expelled
IIT Baba Abhay Singh get expelled: महाकुंभ 2025 में एक नाम जो अब तक खूब चर्चा में रहा, वो है IIT बाबा अभय सिंह का। एक तरफ जहां उन्होंने शिक्षा और आध्यात्म का अनूठा संगम दिखाया, वहीं दूसरी ओर जूना अखाड़े से उनके निष्कासन ने सबको हैरान कर दिया।  IIT बॉम्बे से इंजीनियरिंग करने वाले अभय सिंह की कहानी बहुत हैरान करने वाली है। ऐरोस्पेस इंजीनिअरिंग और अच्छी जॉब के बाद उन्होंने अचानक सन्यास ले लिया और महाकुंभ में पहुंच गए। उनके विडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे और लोग इस युवा के बारे में और जानने को उत्सुक हो गए लेकिन इसी बीच अखाड़े से उन्हें निकले जाने की खबर ने सभी को चौंका दिया। आइये जानते हैं आखिर अखाड़े के इस फैसले के पीछे क्या है वजह बताई जा रही है।।  

क्यों  हुए IIT बाबा अभय सिंह निष्कासित 
मीडिया खबरों के अनुसार जूना अखाड़े ने अभय सिंह को उनके गुरु महंत सोमेश्वर पुरी के प्रति अपशब्दों का प्रयोग करने के आरोप में निष्कासित किया। अखाड़े का मानना था कि यह कृत्य सन्यास के सिद्धांतों और गुरु-शिष्य परंपरा के खिलाफ है। अखाड़े ने यह फैसला अभय सिंह द्वारा सोशल मीडिया पर उनकी विवादित पोस्ट के बाद लिया जिसमें उन्होंने अपने पिता को 'हिरण्यकश्यप' और अपने गुरु को 'पागल' कहा था । 

क्या कहा जूना अखाड़ा ने : अखाड़े का कहना है कि अभय सिंह ने गुरु के प्रति अनादर दिखाया है, जो सन्यासी के लिए अक्षम्य अपराध है। उन्होंने कहा कि अभय सिंह ने अखाड़े के नियमों का उल्लंघन किया है और इसलिए उन्हें निष्कासित किया गया। आईआईटी बाबा के नाम से मशहूर अभय सिंह को उनके गुरु महंत सोमेश्वर पुरी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप के बाद हटाया गया। 

आखाड़े की ओर से कहा गया कि अनुशासन और मर्यादा के उल्लंघन के आधार पर समिति ने उनके निष्कासन को तब तक जारी रखने का फैसला किया है जब तक वह सम्मानित और अनुशासित आचरण का प्रदर्शन नहीं करते।