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Written By WD Sports Desk
Last Updated : गुरुवार, 1 अगस्त 2024 (14:44 IST)

टिकट कलेक्टर स्वप्निल कुसाले ने जीता भारत के लिए तीसरा मेडल, धोनी को मानते हैं अपना आदर्श

टिकट कलेक्टर स्वप्निल कुसाले ने जीता भारत के लिए तीसरा मेडल, धोनी को मानते हैं अपना आदर्श - Swapnil Kusale wins India third medal in 50m rifle 3position event at Paris Olympics
(Credit :SAI Media/X)

Paris Olympics 2024 Swapnil Kusale : भारत के लिए तीसरा पदक : पेरिस ओलंपिक में भारत ने जीता तीसरा पदक, भारतीय निशानेबाज स्वप्निल कुसाले (Swapnil Kusale) ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन इवेंट में कांस्य पदक जीता। वह ओलंपिक में पदक जीतने वाले केवल 7वें भारतीय निशानेबाज बने। उन्होंने ओलंपिक में 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन शूटिंग इवेंट (50m 3 position event) में भारत के लिए पहला पदक जीता। खेलों में यह भारत का तीसरा पदक है। तीनों मेडल शूटिंग में आए हैं।

 इस से पहले मनु भाकर ने  महिला 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में कांस्य पदक के साथ निशानेबाजी में ओलंपिक पदक के भारत के 12 साल के इंतजार को खत्म किया था और उसके बाद मनु और सरबजोत की जोड़ी ने साथ मिलकर 10m Air Pistol Mixed Event में कांस्य पदक जीता था। 


धोनी से प्रेरणा लेते हैं कुसाले, उन्हीं की तरह हैं रेलवे में टीसी
स्वप्निल कुसाले को किसी भी परिस्थिति में खुद को शांत रखने की प्रेरणा धोनी से मिली है। कुसाले ने बताया कि वह भी धोनी की तरह टिकट कलेक्टर हैं। ओलंपिक में 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बने स्वप्निल कुसाले महान क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) से प्रेरणा लेते हैं जो कैरियर की शुरूआत में उन्हीं की तरह रेलवे में टिकट संग्राहक थे।
 
महाराष्ट्र के कोल्हापूर के कंबलवाड़ी गांव के रहने वाले 29 वर्ष के कुसाले 2012 से अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में खेल रहे हैं लेकिन ओलंपिक पदार्पण के लिए उन्हें 12 साल इंतजार करना पड़ा।
 
धोनी की ही तरह ‘कूल’ रहने वाले कुसाले ने विश्व कप विजेता क्रिकेट कप्तान पर बनी फिल्म कई बार देखी।
 
उन्होंने क्वालीफिकेशन के बाद  कहा ,‘‘ मैं निशानेबाजी में किसी खास खिलाड़ी से मार्गदर्शन नहीं लेता। लेकिन अन्य खेलों में धोनी मेरे पसंदीदा हैं। मेरे खेल में भी शांतचित्त रहने की जरूरत है और वह भी मैदान पर हमेशा शांत रहते थे। वह भी कभी टीसी थे और मैं भी हूं ।’’
 
कुसाले 2015 से मध्य रेलवे में काम करते हैं। उनके पिता और भाई जिला स्कूल में शिक्षक हैं और मां गांव की सरपंच हैं।
 
उन्होंने अपने प्रदर्शन पर कहा ,‘‘ अभी तक अनुभव बहुत अच्छा रहा है। मुझे निशानेबाजी पसंद है और मुझे खुशी है कि इतने लंबे समय से कर पा रहा हूं । मनु भाकर को देखकर आत्मविश्वास आया है । वह जीत सकती है तो हम भी जीत सकते हैं ।’’उन्होंने कहा,  मैं निशानेबाजी में किसी खास खिलाड़ी से मार्गदर्शन नहीं लेता, लेकिन अन्य खेलों में धोनी मेरे पसंदीदा हैं। मेरे खेल में भी शांतचित रहने की जरूरत है और वह भी मैदान पर हमेशा शांत रहते थे। वह भी कभी टीसी थे और मैं भी हूं।
 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई 
नरेंद्र मोदी ने अपने X (पूर्व Twitter) अकाउंट पर स्वप्निल कुसाले को बधाई देते हुए लिखा  "स्वप्निल कुसाले का असाधारण प्रदर्शन! ParisOlympics2024 में पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में कांस्य पदक जीतने के लिए उन्हें बधाई। 
 
उनका प्रदर्शन विशेष है क्योंकि उन्होंने बहुत अधिक लचीलापन और कौशल दिखाया है। वह इस श्रेणी में पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट भी हैं।  हर भारतीय खुशी से भर गया है.