बता दें कि पीएम मोदी ने एक टेलीविजन चैनल के कार्यक्रम के दौरान एक मजाक साझा किया, जिसमें उन्होंने एक प्रोफेसर की बेटी के सुसाइड नोट में एक शब्द की वर्तनी की त्रुटि का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने यह मजाक उस वक्त किया जब उन्होंने कहा कि संबंधित चैनल के प्रमुख संपादक अच्छी हिंदी बोलने लगे हैं।Depression and suicide, especially among the youth IS NOT a laughing matter.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 27, 2023
According to NCRB data, 164033 Indians committed suicide in 2021. Of which a huge percentage were below the age of 30. This is a tragedy not a joke.
The Prime Minister and those laughing heartily at… pic.twitter.com/yoPt5c8Kx7
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री और उनके मजाक पर हंसने वालों को खुद जागरूक होने की जरूरत है और मानसिक स्वास्थ्य का इस तरह से असंवेदनशील तरीके से मजाक बनाने के बजाय जगरूकता पैदा करने की जरूरत है सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर जमकर बहस की जा रही है। राहुल और प्रियंका के ट्वीट पर भी कई लोग लाइक्स और कमेंट कर रहे हैं।हज़ारों परिवार आत्महत्या के कारण अपने बच्चों को खोते हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 27, 2023
प्रधानमंत्री को उनका मज़ाक नहीं उड़ाना चाहिए!