BANK में सेविंग अकाउंट बंद करवाना हो तो अपनाएं यह प्रक्रिया
बैंक में बचत खाते को एक्टिव रखने के लिए औसत तिमाही बैंलेस बनाए रखना पड़ता है। अगर आप अपने किसी बैंक अकाउंट का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो उसे बंद करवाना उचित रहता है। हर प्राइवेट और पब्लिक बैंक में बैलेंस की राशि का अलग-अलग प्रावधान रहता है। अकाउंट बंद कराने के लिए आपको बैंक की शाखा में खुद जाना पड़ेगा।
बचत खाते को बंद करवाने से पहले यह निश्चित कर लें कि आपका बैंक खाता किसी निवेश, लोन, ट्रेडिंग, क्रेडिट कार्ड पेमेंट और बीमा से जुड़ा हो तो सबसे पहले उसे डी-लिंकिंग करवाना पड़ता है। अगर आपके इस बैंक खाते से इस तरह का कोई दूसरा अकाउंट लिंक है तो पहले अपने दूसरे बैंक अकाउंट को इस तरह के पेमेंट से लिंक कर दें। अकाउंट बंद करने के लिए आपको डी-लिंकिंग अकाउंट फॉर्म भरना पड़ सकता है।
बैंक की शाखा में अकाउंट क्लोजर फॉर्म उपलब्ध होता है। आपको इस फॉर्म में अकाउंट बंद करने का कारण बताना होगा। अगर आपका अकाउंट ज्वॉइंट अकाउंट है तो फॉर्म पर सभी खाताधारकों के हस्ताक्षर जरूरी रहेंगे। आपको एक दूसरा फॉर्म भी भरना होगा। इसमें आपको उस अकाउंट की जानकारी देनी होगी जिसमें आप बंद होने वाले अकाउंट में बचा पैसा ट्रांसफर कराना चाहते हैं।
बैंक आपसे इस्तेमाल नहीं की गई चेकबुक और डेबिट कार्ड बैंक क्लोजर फॉर्म के साथ जमा करने के लिए कह सकता है। इन्हें आपको जमा भी करवाना पड़ सकता है। इस बात का भी ध्यान अवश्य रखें कि अगर आपके खाते में ज्यादा पैसा है, तो क्लोजर प्रोसेस शुरू करने से पहले उसे दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर दें। अकाउंट का अंतिम स्टेटमेंट अपने पास रखे जिसमें अकाउंट क्लोजर का उल्लेख हो।