नई दिल्ली। संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म 'पद्मावत' को लेकर मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा समेत अन्य राज्यों में विरोध देखने को मिला। कई स्थानों पर तोड़फोड़ और हिंसा की खबरें हैं। हालांकि उत्तरप्रदेश में फिल्म दिखाई जा रही है।
पश्चिमी मध्यप्रदेश में पिछले कई दिन से करणी सेना की ओर से हिंसक विरोध प्रदर्शन और चक्काजाम की खबरें सामने आ रहीं थीं, इसके चलते इन हिस्सों में पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है। मंदसौर, उज्जैन, नीमच और रतलाम जिले में कई स्थानों पर बंद का मिला-जुला असर है।
राजधानी भोपाल समेत अधिकतर हिस्सों में सुबह से शांति कायम है और बंद का कोई खास असर नहीं है। भोपाल के सभी नौ टॉकीज और पांच मॉल में फिल्म का प्रदर्शन नहीं हुआ है। शहर के सभी बड़े बाजार लगभग खुले हुए हैं। स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति पर भी बंद का कोई प्रभाव नहीं दिखाई दिया, हालांकि पुलिस प्रशासन ऐहतियातन मुस्तैदी बनाए हुए है।
व्यावसायिक राजधानी इंदौर में बंद का मिश्रित असर दिखाई दिया। फिल्म की रिलीज पर सेंट्रल सर्किट सिने एसोसिएशन (सीसीसीए) ने स्पष्ट कहा था कि फिल्म प्रदर्शित करने का निर्णय सिनेमाघर संचालकों को लेना है। इंदौर के फिल्म वितरक चंदूलाल गोयल ने भी स्पष्ट कर दिया था कि फिल्म प्रदर्शन के अधिकार किसी वितरक ने नहीं लिए हैं, ऐसे में फिल्म प्रदर्शित नहीं हो पाएगी।
उज्जैन जिले में भी शांतिपूर्ण बंद है और कहीं से किसी प्रकार की घटना की कोई सूचना नहीं है। करणी सेना की यहां रैली निकालने की योजना है। इसी बीच फिल्म को प्रदर्शित करने का मसला सुलझाने के लिए मध्यप्रदेश सिने ऐसोसिएशन के सदस्यों के आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात की संभावना की भी खबरें हैं।
राजधानी भोपाल में बुधवार शाम एक व्यस्ततम चौराहे पर करणी सेना के विरोध प्रदर्शन के बीच एक कार में आग लगा दी गई थी। पुलिस के मुताबिक कार करणी सेना के ही एक नेता के नाम पर रजिस्टर्ड थी। वहीं करणी सेना ने इसे अपने संगठन को बदनाम करने की साजिश बताया था।
प्रदेश के रतलाम, उज्जैन, इंदौर, देवास, मंदसौर और सागर में पिछले कई दिन से करणी सेना के विरोध प्रदर्शन की खबरें आ रहीं थीं। वहीं नीमच में करणी सेना ने टॉकीज संचालकों को फूल भेंट कर फिल्म का प्रदर्शन नहीं करने का आग्रह किया था।
राजस्थान में विरोध जारी : राजस्थान में तोड़फोड़, आगजनी और हंगामे के डर से सिनेमाघरों, मल्टीप्लैक्स मालिकों ने पद्मावत को रिलीज नहीं किया है, इसके बावजूद फिल्म के विरोध में प्रदेश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे हैं। राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल मकराना ने कहा कि फिल्म के विरोध में हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा।
संगठन ने फिल्म के विरोध में आज जयपुर में एक बाइक रैली निकाली जबकि अन्य हिस्सों में भी प्रदर्शन हुए। फिल्म के विरोध में करणी सेना के सदस्यों ने कड़ी सुरक्षा के बीच जयपुर में बाइक रैली निकाली। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) एनआरके रेड्डी ने बताया कि चित्तौड़गढ़, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा सहित प्रदेश के कई हिस्सों में फिल्म के विरोध में प्रदर्शन हुए हैं।
प्रदर्शनकारियों ने कोटा-बूंदी राजमार्ग पर जाम लगाया। डूंगरपुर-अहमदाबाद मार्ग पर भी यातायात प्रभावित हुआ है। उदयपुर में पत्थरबाजी से लगभग 24 दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं। प्रदर्शनकारियों ने उदयपुर-चित्तौड़गढ़ मार्ग पर भी जाम लगाया।
यूपी में तनाव : उत्तरप्रदेश में विवादास्पद फिल्म 'पदमावत' आज तनाव भरे माहौल में रिलीज हो गई। सुरक्षा के लिहाज से सिनेमाघरों के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल एवं दमकल की गाड़ियां तैनात की गई हैं। राज्य के अन्य जिलों से आ रही खबरों के मुताबिक जिन सिनेमाघरों में संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म का प्रदर्शन हो रहा है।
राजधानी लखनऊ में फिल्म नावेल्टी, शुभम, सुदर्शन, प्रतिभा और आनंद सहित कुछ सिनेमाघरों में रिलीज हुई, हालांकि सुबह कोई शो हाउस फुल नहीं रहा। एक सिनेमाघर के प्रबंधक ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि हमें इसके बाद के शो में ज्यादा दर्शकों के आने की उम्मीद है। मार्निंग शो में संभवत: लोग ठंड और सिनेमाघरों में तोड़-फोड़ की आशंका के कारण नहीं आए।
बिहार में भी विरोध : बिहार में भी राजपूत संगठन फिल्म का काफी विरोध कर रहे हैं। मोतिहारी, पटना, भागलुर और दरभंगा में सिनेमाघर मालिकों ने फिल्म स्क्रीन नहीं हुई। इसके अलावा पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचाल के सिनेमाघर के मालिकों ने फिल्म नहीं दिखाई। सिंगल स्क्रीन मालिकों ने फिल्म रिलीज से पूरी तरह हाथ खींच लिए हैं।