चीन से दो-दो हाथ की तैयारी, तैनात होंगे लड़ाकू विमान
भारत ने चीन से मुकाबले के लिए अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में फाइटर प्लेन तैनात करने का फैसला किया है। दूसरे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार अंडमान निकोबार में फाइटर प्लेन तैनात किए जाएंगे।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, लड़ाकू विमानों के लिए संभावित बेस के तौर पर कार निकोबार और कैंपबेल खाड़ी स्थित एयर बेस की पहचान की गई है। सरकार के इस महत्वपूर्ण फैसले से मलक्का, सुंदा, लुम्बोक और ओम्बई वेतार जलडमरूमध्य के साथ हिंद महासागर के पश्चिमी क्षेत्र में भारत की पकड़ मजबूत होगी।
हाल ही में नौसेना ने भारतीय समुद्री क्षेत्र में घुसे चीनी युद्धपोतों की तस्वीर ट्वीट करके बीजिंग को साफ संदेश दिया था कि वो इस क्षेत्र में चीन की गतिविधियों पर नजर रख रही है।
पिछले कुछ समय से आक्रामक चीन के खिलाफ अंडमान निकोबार चेन लाइन को डिफेंस के तौर पर बढ़ावा देने की योजना है। इसे अमलीजामा पहनाने के लिए मोदी सरकार ने इस पर ध्यान केंद्रित किया है।
भारतीय नौसेना ने इस इलाके में 19 महत्वपूर्ण युद्धपोत तैनात किए हैं और युद्धपोतों की मरम्मत और नवीनीकरण के लिए दो तैरने वाले जहाज गोदाम भी बनाए हैं।