मुसलमानों को डराने के लिए मोदी सरकार लाई CAA ,दिग्गी का सवाल, DSP देविंदर पर देशद्रोह का केस क्यों नहीं ?
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने CAA को लेकर मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। भोपाल में मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने जानबूझकर देश के मुसलमानों को डराने और धमकाने के लिए CAA लेकर आई है। उन्होंने आरोप लगाया कि आज जानबूझकर एक वर्ग को टारगेट किया जा रहा है और इसके जरिए देश की पहचान मिटाने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि CAA के बाद आज देश का मुसलमान डरा हुआ हैं और वो सिस्टम, राजनीतिक दल और पुलिस से पूरी तरह निराश हो गया और उसके सामने आशा की किरण केवल ज्यूडिशरी है जिसकी तरफ वो आशा भरी निगाहों से देख रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट ने CAA को संवैधानिक बता दिया तो ये देश की धर्मनिरपेक्षता के ताबूत में आखिरी कील होगी। उन्होंने कहा कि इसके बाद देश में क्या हालात होंगे ये हम नहीं समझ सकते है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि CAA कानून के खिलाफ जो रोष है उसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। CAA के खिलाफ मूवमेंट अब पॉलिटिकिल पार्टी और लीडर के हाथ से निकलकर स्टूडेंट और महिलाओं और बच्चों के हाथ में चला गया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि CAA का कानून के बाद जो हालात बन गए है उसके बाद वह पूरे प्रदेश में यात्रा पर निकलेंगे जिस तरह गांधी जी ने हिंदू- मुस्लिम एकता के लिए लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने कहा कि हो सकता है उन पर हमला भी हो लेकिन वह इसकी परवाह नहीं करते है।
DSP देविंदर पर राष्ट्रद्रोह का केस क्यों नहीं ? – मीडिया से बातचीत में दिग्विजय सिंह ने कश्मीर से आतंकियों की मदद के लिए गिरफ्तार हुए DSP देविंदर सिंह पर राष्ट्रद्रोह और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का केस नहीं लगाने पर मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। दिग्विजय सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह से सवाल पूछते हुए कहा कि पुलवामा हमले के समय वहां पर मौजूद रहने वाले DSP देविंदर सिंह पर राष्ट्रद्रोह का केस क्यों नहीं लगाया गया। उन्होंने कहा कि जिस DSP देवेंद्र सिंह ने अफजल गुरु की मदद की थी वो भाजपा के लिए देशद्रोही क्यों नहीं है। दिग्विजय सिंह ने पुलवामा हमले पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलवामा कांड में इंटेलीजेंस फेलियर की जांच अब तक क्यों नहीं कराई गई और क्यों नहीं इस मामले में काई कार्रवाई की गई।
दिग्विजय सिंह ने सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि भाजपा की नजर में दिग्विजय सिंह ही केवल देशद्रोही है और आतंकियों की मदद करने वाले DSP देविंदर सिंह को सरकार शेर –ए-कश्मीर मेडल से नवाजती है। दिग्विजय सिंह ने DSP देविंदर सिंह के मामले की जांच NIA को सौंपने सवाल उठाते हुए NIA चीफ की नियुक्ति को भी कठघरे में खड़ा कर दिया।