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मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान टला बड़ा हादसा

मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान टला बड़ा हादसा - A major accident was averted during Pandit Pradeep Mishra Katha in Meerut
Pandit Pradeep Mishra Katha in Meerut: सुप्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में अनहोनी होने से बाल-बाल बच गई। शुक्रवार की दोपहर में शिव पुराण सुनने के लिए लगभग 1 लाख भक्त शताब्दी नगर में पहुंचे हुए थे। कथा शुरू होने के समय अचानक से कुछ महिलाएं एक के ऊपर एक गिर गईं। भगदड़ की स्थिति पैदा है गई, गनीमत रही वहां मौजूद लोगों और सुरक्षाकर्मियों ने मुस्तैदी दिखाते हुए  महिलाओं को उठाया और प्राथमिक उपचार दिया। कथा में धक्का-मुक्की महिलाओं के गिरने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस-प्रशासन के आलाधिकारी कथा स्थल पर पहुंच गए। किसी भी अप्रिय सूचना के न होने पर सभी ने राहत की सांस ली।
 
अंदर जाने को लेकर हुई धक्का-मुक्की : शताब्दी नगर के गेट नम्बर एक से कथा सुनने के लिए दूर-दराज से पंडित प्रदीप मिश्रा के अनुयायी पहुंचे हुए थे। पंडाल पूरी तरह भर गया था। 1 नंबर प्रवेश द्वार वीआईपी लोगों के लिए बनाया गया है। यहां से कुछ लोगों ने जबरन घुसने की कोशिश की, जिसके चलते वहां मौजूद बाउंसर और सुरक्षाकर्मियों ने अंदर जाने से रोका, धक्का-मुक्की हो गई, जिसके चलते महिलाएं और बच्चे गिर गए।
 
वहां किसी शख्स ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। कथा में भगदड़ की अफवाह का बाजार गर्म हो गया। तरह-तरह की भ्रामक सूचनाएं फैलने लगीं, किसी ने कहा कि भगदड़ में एक भक्त मर गया तो किसी ने बड़ी संख्या में लोगों के दबे होने की सूचना फ्लैश कर दी। लखनऊ से फोन की घंटी घनघनाने लगी सभी अफसर शताब्दी नगर की तरफ दौड़़ पड़े। मौके पर पहुंचकर सब कुछ सामान्य मिला, तो अफसरों ने राहत की सांस ली।
... तो हो सकता था बड़ा हादसा : गेट नम्बर एक से वीआईपी और मीडिया की एंट्री थी। सामान्य लोगों के लिए अन्य द्वारा बने हुए थे। यदि वहां लोगों की संख्या ज्यादा होती तो भगदड़ मच सकती थी, किसी अनहोनी से बच पाना मुश्किल था। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं। डॉक्टर, एंबुलेंस समेत तमाम व्यवस्थाएं अनहोनी से बचने के लिए कर रखी हैं। कथा सुचारु रूप से चल रही है और आगामी दिनों में भी चलेगी। पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा 15 दिसंबर से शुरू हुई है और 21 दिसंबर को समापन है। 
 
मेरठ कमिश्नर जे सेल्वा कुमारी और एडीजी ध्रुवकांत ठाकुर ने भगदड़ को अफवाह बताया है। इन लोगों का कहना है कि दो-तीन महिलाएं गिर गई थीं, उनको उठाकर पंडाल में कथा सुनने के लिए भेज दिया है। जहां इतनी संख्या में लोग मौजूद होते हैं तो छुटपुट बातें हो जाती हैं। वहीं मेरठ की कमिश्नर ने कहा कि अफवाह कैसे फैली इसकी जांच होगी।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala
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